मां-बेटे का प्लान, लूट की साजिश रची, ऐसे पहुंचे सलाखों के पीछे
पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
Purnia: बिहार के पूर्णिया में पुलिस ने एक ऐसे साजिश का पर्दाफाश किया है जो अपको हैरान कर देगा। दरअसल एक दोस्त के चार लाख रुपये गायब करने की योजना बना चुके मां-बेटे ने बैंक से राशि की निकासी के बाद रास्ते में लूट लिए जाने की न सिर्फ अफवाह फैला दी बल्कि पुलिस को चकमा देने के इरादे से थाने में एफआईआर भी दर्ज करा दिया। घटना भवानीपुर इलाके की है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
छानबीन कर रहे पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि मां-बेटे ने मिलकर खुद की लूट की साजिश रची थी जिसका पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। साथ ही लूट का रुपया भी बरामद किया गया। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों मां-बेटे को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के सामने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। इस मामले में भवानीपुर थानाध्यक्ष सूरज प्रसाद ने बताया कि बीते 3 तारीख को सोरकाही गांव निवासी सकील कुमार ने चार लाख रुपया लूट लेने को लेकर आवेदन दिया था। भवानीपुर थाना में कांड संख्या 111/24 दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर लूट की यह घटना पुलिस के लिए चुनौती थी जिसको लेकर लगातार अनुसंधान किया जा रहा था। उन्होंने बताया की अनुसंधान के दौरान पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे जिसके आधार पर इस घटना का उद्भेदन किया गया ।
मां-बेटे ने मिलकर रची थी साजिश थाना से महज पांच सौ मीटर दूर 4 लाख रुपया लूट की घटना की झूठी साजिश मां एवं बेटे ने मिलकर रची थी । थानाध्यक्ष सूरज प्रसाद ने बताया कि सोरकाही गांव निवासी बिनो मुखिया की पत्नी ललिता देवी और उसका पुत्र सकील कुमार बीते 3 तारीख को भवानीपुर से चार लाख रुपया निकाल कर अपने घर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि यह रुपया उसे बिरसैल गांव निवासी हंसदेव कुमार ने दुबई से उसके खाते में भेजा था। रुपया निकालकर उसे अपने काम मे लगाने की नीयत से दोनों मां-बेटे ने लूट की घटना बनायी। गिरफ्तार ललिता देवी और उसके पुत्र सकील कुमार ने पुलिस अधिकारी को बताया कि इस रुपया में से एक लाख रुपये से अपना कर्जा तोड़ने का काम किया है। भवानीपुर थानाध्यक्ष सूरज प्रसाद ने आरोपित के पास से दो लाख 98 हजार रुपया और ललिता देवी का पैन कार्ड भी बरामद किया है।