इमरजेंसी के समय मां का निधन, पूरा वाकया सुनाते भावुक हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
दिल्ली। विपक्ष के नेताओं को जेल भेजे जाने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर तानाशाही के आरोप लगाने वालों को राजनाथ सिंह ने जवाब दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इमरजेंसी के माध्यम से देश पर तानाशाही थोपने वाले हमारे ऊपर इसका आरोप लगाते हैं। उन्होंने एएनआई को दिए इंटरव्यू में अपनी मां के निधन का भी जिक्र किया और कहा कि मैं तब जेल में बंद था और अंतिम क्रिया के लिए भी पेरोल नहीं मिली थी। वह आपातकाल का दौर था। पूरा वाकया सुनाते हुए रक्षा मंत्री भावुक भी नजर आए। उन्होंने कहा कि मैं अपनी मां के अंतिम दर्शन तक नहीं कर सका।
राजनाथ सिंह ने कहा, 'मैं आपतकाल में जेल में बंद था। मेरी मां की तबीयत खराब थी और उन्हें वाराणसी के माता अमृतानंदमयी अस्पताल में एडमिट कराया गया था। मेरी मां 27 दिन तक अस्पताल में रहीं और फिर ब्रेन हमैरेज से उनका निधन हो गया। मुझे मेरी मां की अंतिम क्रिया के लिए भी पेरोल नहीं दी गई।' इंटरव्यू के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि आप स्वस्थ डेमोक्रेसी की बात करते हैं तो उसके लिए मजबूत प्रतिपक्ष की भूमिका निभाने वाले लोग भी तो होने चाहिए। यदि आप सब लोगों को जेल में डाल देंगे तो कहां से होंगे? इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि वह तो करप्शन के चलते गए हैं।
इसके अलावा अकेले पीएम नरेंद्र मोदी पर भाजपा की निर्भरता को लेकर सवाल किया गया तो बोले कि वह कहां जा रहे हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार ही नहीं बल्कि चौथी बार भी पीएम होंगे। आखिर वह कहां जा रहे हैं। वह जब तक स्वस्थ और सक्षम होंगे, तब तक प्रधानमंत्री रहेंगे। यही नहीं राजनाथ सिंह ने इस दौरान पाकिस्तान को लेकर भी हमला बोला और कहा कि आज वह खुद अपने यहां आतंकवाद से नहीं निपट पा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान सक्षम नहीं है तो पड़ोसी देश भारत की ही मदद ले ले। हम आतंकवाद से निपटने में मदद करेंगे। भारत की जमीन चीन के कब्जाने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि एक इंच जमीन कब्जा नहीं हुई है।