मां ने डेढ़ साल के बेटे की बेरहमी से की हत्या, फैली सनसनी
जांच में जुटी पुलिस
झज्जर। हरियाणा के झज्जर में डेढ़ साल के बेटे की हत्या का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। महिला ने अपने बेटे को जहर दे दिया। परिवार को महिला पर कोई शक नहीं हुआ और बच्चे की मौत नियति मान कर उसे मिट्टी भी दे दी गई थी। बाद में घर में सल्फास (जहर की गोली) मिली तो मामला पुलिस तक जा पहुंचा। बच्चे के शव को आज पुलिस ने जमीन से निकाल कर उसका पोस्टमॉर्टम कराया। बेटे की हत्यारोपी मां काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। महिला ने अपने मासूम बच्चे की हत्या क्यों की, पुलिस इसके लिए महिला से पूछताछ कर रही है। झज्जर के बादली थाना के एसएचओ सब इंस्पेक्टर रमेश चंद्र ने बताया कि बादली गांव के रहने वाले अंकित शिकायत दी थी कि उसकी शादी वर्ष 2021 में अंजू से हुई थी। उनके एक डेढ़ साल का लड़का भाविक है। उसके बेटे भाविक की 15 मई की शाम को अचानक तबीयत खराब हो गई। वे उसे बादली के एक निजी अस्पताल में लेकर गए। वहां पर डॉक्टर ने दवाई देने के बाद उसे वापस घर भेज दिया था।
अंकित ने बताया कि रात को लड़के की तबीयत ज्यादा खराब होने उसकी पत्नी अंजू व माता बेटे भाविक को फिर से उसी अस्पताल में ले गए। डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने बताया कि बच्चे ने कोई जहरीली वस्तु खाई है। उसने इसके बारे में अपनी पत्नी से पूछा तो उसने उसे कुछ नहीं बताया। अगले दिन परिवार ने उसके बेटे के शरीर को मिट्टी में दफना दिया। अंकित ने बताया कि आज उसे बेड की चद्दर से सल्फास (जहरीली दवा) की बदबू आ रही थी तो उसे शक हुआ। उसने छत पर जाकर देखा तो वहां पर भी सल्फास गिरी हुई थी। बार-बार पूछने पर उसकी पत्नी ने बताया कि मैंने ही अपने बच्चे को जहर की गोली दी है। इस पर थाना बादली को सूचना दी गई। पुलिस ने थाना बादली में केस दर्ज किया। इसके बाद एसआई जय भगवान द्वारा बादली के श्मशान घाट में ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार शिखा, एफएसल टीम इंचार्ज डॉक्टर नीतू की टीम की निगरानी में बच्चे भाविक के शव को निकाला गया। उसे पोस्टमार्टम के लिए बहादुरगढ़ सिविल अस्पताल में भेजा गया। महिला आरोपी होने के कारण महिला एसआई सोमवती द्वारा मृतक बच्चे की मां को गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ जारी है।