UAE की जेल में बंद बेटे को जरूरी मदद के लिए मां ने लगाई हाई कोर्ट से गुहार, केंद्र को निर्देश देने की मांग
केरल निवासी (Kerala) एक महिला ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की जेल में बंद बेटे को जरूरी मदद उपलब्ध करवाने के लिए केंद्र को निर्देश देने की मांग की है.
केरल निवासी (Kerala) एक महिला ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की जेल में बंद बेटे को जरूरी मदद उपलब्ध करवाने के लिए केंद्र को निर्देश देने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने हाई कोर्ट (High Court) का दरवाजा खटखटाया. उनका बेटा कथित तौर पर भारत सरकार के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
याचिका शाहुबनाथ बीवी ने दायर की है. इसमें दावा किया गया है कि उनके बेटे को ''बुरी तरह से यातनाएं दी गईं और उसका उत्पीड़न किया गया,'' और उसे केंद्र सरकार या वहां स्थित भारतीय दूतावास से किसी तरह की मदद नहीं मिली. याचिका के मुताबिक महिला का बेटा शिहानी मीरा साहिब जमाल मोहम्मद 25 अगस्त 2015 से यूएई (UAE) के आबू धाबी (Abu Dhabi) के केंद्रीय कारागार (Jail) में बंद है. महिला ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को उचित कानूनी सहायता तक नहीं दी गई जिससे कि वह यूएई की अदालतों में अपना बचाव कर पाता.
इससे पहले 11 जून को भेजा था अनुरोध
महिला ने कहा कि इस बाबत उन्होंने अनेक बार अनुरोध भेजे और पिछला अनुरोध 11 जून को भेजा था जिसमें मानवाधिकार उल्लंघनों और उनके बेटे को बुनियादी अधिकार देने से इनकार किए जाने का जिक्र करते हुए सरकार से सहायता मांगी गई है. याचिका में कहा गया कि इन अनुरोधों पर उन्हें अब तक जवाब प्राप्त नहीं हुआ है.
महिला ने याचिका में उच्च न्यायालय से अनुरोध किया है कि वह उनके बेटे को ''आवश्यक कानूनी, राजनयिक एवं राजनीतिक समर्थन'' मुहैया कराने का केंद्र सरकार को निर्देश दे उनके हाल के अनुरोध पर समुचित समय पर विचार करे.यूएई की अबूधाबी केंद्रीय कारागार में 25 अगस्त, 2015 से बंद जमाल की मां ने याचिका में कहा है कि उसे विधिक सहायता भी नहीं दी जा रही है, ताकि वह अदालत में अपना बचाव कर सके। हालांकि, याचिका को लेकर शाहुबनाथ को अभी कोई जवाब नहीं मिला है.