भुखमरी से मां और बेटी की मौत, 7 साल पहले चल बसे थे परिवार का मुखिया
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महाराष्ट्र के चंद्रपुर के तहसील के कोठारी में एक मां बेटी के शव मिलने से गांव में सनसनी फैल गई है, सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए बल्लारपुर ग्रामीण अस्पताल भेज दिया है. जानकारी के अनुसार बल्लारपुर में आने वाले कोठारी गांव में झेलाबाई चौधरी (71) अपनी पुत्री माया पुलगमवार (46) के साथ रहती थी, इसके अलावा उनके परिवार में कोई नहीं था. झेलाबाई के पति की 7 वर्ष पूर्व मौत हो गई थी. दो वर्ष पूर्व माया का विवाह हुआ था, किंतु कुछ दिनों बाद वह भी मायके में रहने लगी, कुछ महीने पूर्व बंदर (वानर) से हुई झडप की वजह से झेलाबाई की रीढ की हड्डी में चोट लगी थी, जिससे वह चल फिर नहीं पाती थी और बिस्तर पकड़े रहती थी.
उसकी पुत्री ही उसका एकमात्र सहारा थी, गांव वालों की मदद पर दोनों का जीवन बीत रहा था, गांव में घूमने वाली माया कुछ दिनों से दिखाई न देने पर गांव वालों ने घर में झांककर देखा, तो दोनों के शव जमीन पर पड़े थे, गांव वासियों की सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों का पंचनामा कर, पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. महाराष्ट्र में जहा कोरोना के इस समय मे सरकार की ओर से शिवभोजन थाली का मुफ्त वितरण हो रहा है. जहां राशन दुकान से अनाज का उचित वितरण होता है, उसी महाराष्ट्र के चंद्रपुर से बिमारी भुखमरी के चलते माँ और उसके बेटी की मौत होना शर्मनाक है.