30 से ज्यादा प्रत्याशियों को लगेगा बड़ा झटका?

Update: 2022-08-14 12:17 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

जमशेदपुर: हाल में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में पूर्वी सिंहभूम के 40 प्रत्याशियों ने चुनाव खर्च का फाइनल हिसाब नहीं दिया। निर्वाची पदाधिकारियों ने इसके लिए प्रत्याशियों को कई बार आगाह किया, परंतु प्रत्याशियों ने उनकी बात को अधिक महत्व नहीं दिया। यही वजह है कि अब जिन प्रत्याशियों ने फाइनल हिसाब जमा किया है, उनके खर्च का ब्योरा राज्य निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा। जिन प्रत्याशियों ने हिसाब जमा नहीं किया है उन्हें राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित कर सकता है। पूर्वी सिंहभूम में कुल 27 सीटों के लिए चार चरण में संपन्न चुनाव में कुल 208 लोग चुनाव लड़ने के योग्य घोषित थे। इनमें से 168 ने ही चुनाव खर्च का हिसाब दिया है।

जमशेदपुर-4 की शोभारानी महतो और सपना रानी धीवर, पोटका के बलराम दास, जमशेदपुर-5 के अंकित आनंद, अनुराग प्रसाद वर्मा, मनोज उपाध्याय व अजीत कर्मकार, जमशेदपुर-7 के अशोक कुमार झा, जमशेदपुर-8 की अपर्णा चक्रवर्ती, नीता सरकार व उषा देवी जमशेदपुर-9 से सुनीता बारी, जमशेदपुर-10 से मान सिंह बेसरा, राजेश सिंह व सुखलाल मुर्मू, घाटशिला-15 से अर्जुन सोरेन, दुर्गाचरण मुर्मू, शांखो मुर्मू व सुशेन सिंह, घाटशिला-16 से जलील, प्रकाश निषाद, फेवियन तिर्की, बहादुर सोरेन, महेश करुवा, मोना रेवानी व संजय कुमार अग्रवाल, इनके अलावा एक अन्य सीट से दुला मांडी व बाबूलाल मुर्मू, डुमरिया की सिनगो मुर्मू, गुड़ाबांदा के कांदरा किस्कू, जवाहरलाल मुर्मू, मेघराय बास्के, श्याम पद टुडू, सुभाष हांसदा, धालभूमगढ़ के जयपाल सोरेन के अलावा जानकी महतो, रायमुनी सोरेन और बहरागोड़ा की पूजा सीट।
घाटशिला शहरी जिला परिषद सीट से सर्वाधिक 28 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। इनमें से सात ने चुनाव खर्च का हिसाब नहीं दिया है। इसी प्रकार गुड़ाबांदा के 11 में से पांच ने हिसाब नहीं दिया है। घाटशिला की एक अन्य सीट (गालूडीह) के नौ में से चार प्रत्याशियों ने जिन्होंने चुनाव खर्च जमा नहीं किए हैं।

Tags:    

Similar News

-->