सूरजपुर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के दिशा निर्देशन में 11 फरवरी को जिला एवं सत्र न्यायालय सूरजपुर, कुटुम्ब न्यायालय सूरजपुर, तालुका न्यायालय प्रतापपुर एवं समस्त राजस्व न्यायालयों में हाईब्रीड नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला न्यायालय सूरजपुर के सभा कक्ष से जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सूरजपुर गोविन्द नारायण जांगड़े. व अधिकारीगण द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।
लोक अदालत में प्रकरण के पक्षकारों को भौतिक रूप से एवं वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग दोनों मुख्य माध्यमों से मामलों में सुलक की सुविधा प्रदान की गई। वहीं इस लोक अदालत में जिला चिकित्सालय सूरजपुर से समन्वय समिति कर चिकित्सा जांच की व्यवस्था कराई गई थी जिसमें 300 से अधिक पक्षकारों ने चिकित्सा सुविधा का लाभ प्राप्त किया हाईब्रीड नेशनल लोक अदालत में न्यायालय में वर्षों से लंबित आपसी विवाद के मामले, व्यवहार वाद, मोटर दुध टिना दावा, परिवारिक विवाद, जिला न्यायालय में लंबित राजस्व प्रकरणों एवं बैंक ऋण, विद्युत, जल के बकाया देयकों का प्री लिटिगेशन यातायात के सामान्य मामलों को नेशनल लोक अदालत में रखा गया।
लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण हेतु जिले में कुल 29 खण्डपीठ गठित किये गये थे। हाईब्रीड नेशनल लोक अदालत में समस्त न्यायालयों से 642 लंबित प्रकरण एवं 6281 प्री-लिटिगेशन प्रकरण विचारार्थ में रखे गये थे। जिसमें कुल 1140 प्रकरण के पक्षकारों में आपसी समझौते के आधार पर सफलतापूर्वक निराकरण कर कुल 22738990/- रूपये का जिला सूरजपुर द्वारा अवार्ड पारित किया गया। लोक अदालत में कुल 1140 प्रकरणों से संबंधित पक्षकारगण लाभान्वित हुये।