दिल्ली। केरल में मानसून के आगमन में विलंब हो गया है। मौसम विभाग ने कहा था कि इस बार मानूसन एक जून की बजाय 27 मई को ही केरल में दस्तक दे देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। विभाग का कहना है कि विलंब से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
मौसम विभाग ने जारी बयान में कहा कि केरल में मानसून के आगमन के अनुकूल स्थितियां बनी हुई हैं तथा दो-तीन दिनों के भीतर मानसून वहां दस्तक दे सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि अब 29-30 मई को मानसून आ सकता है। केरल में मानसून के पहुंचने की सामान्य तिथि वैसे 1 जून है। इसलिए 27 मई को मानसून के दस्तक नहीं देने के बावजूद इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
विभाग ने कहा कि मानसून दक्षिण अरब सागर, मालदीव, लक्षदीव के आसपास के इलाकों में सक्रिय है तथा इसके आगे बढ़ने के लिए अनुकूल स्थितियां बनी हुई हैं। बता दें कि केरल में मानसून की दस्तक के बाद यह धीरे-धीरे आगे बढ़ता है तथा 27 जून तक दिल्ली पहुंचता है।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में 29 मई तक बारिश का अनुमान लगाया है। 30 और 31 मई को फिलहाल प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में ओलावृष्टि, गर्जना और आकाशीय बिजली चमकने के बारिश और 40 किमी की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। खराब मौसम के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। 29 को भी उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले स्थानों में बहुत हल्की से हल्की बारिश की संभावना है।
सूबे में बारिश की गतिविधियां पिछले 24 घंटों में कमजोर रही हैं। इसका असर शुक्रवार को सूबे के शहरों के अधिकतम तापमान पर पड़ा है। राज्य के अधिकतर जिलों में शुक्रवार को तापमान चढ़ने की वजह से लोगों ने गर्मी महसूस की। मौसमविदों के मुताबिक अगले दो तीन दिनों में राज्य में कई जगहों पर अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। पूरे सूबे में अभी पुरवा और दक्षिण पुरवा हवाओं का प्रवाह बना हुआ है। वातावरण में इन हवाओं की वजह से नमी है, जिसके कारण धूप की चुभन भी बढ़ गई है। हालांकि अधिकतम तापमान चढ़ने पर राज्य के उत्तरी भाग और दक्षिण पूर्व क्षेत्र के जिलों में एक-दो जगहों पर आंधी पानी की स्थिति भी बन सकती है। मौसम विभाग ने इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।