दिल्ली में मानसूनी बारिश जारी, सितंबर में बन सकता है नया रिकॉर्ड
दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में पिछले कई दिनों से बारिश का दौर जारी है।
दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में पिछले कई दिनों से बारिश का दौर जारी है। आमतौर पर सितंबर के दूसरे हफ्ते में मॉनसून दिल्ली से विदाई ले चुका होता है, लेकिन इस बार पैटर्न बदला है। पिछले कई दिनों से पूरे क्षेत्र में रिकार्ड बारिश दर्ज की जा रही है। अगर इसी तरह तेज बारिश जारी रही, तो दिल्ली सबसे अधिक बारिश के आंकड़े को भी पार कर सकती है। आमतौर पर 17 सितंबर के बाद से पश्चिमी राजस्थान से मानसून लौटना शुरू हो जाता है। दिल्ली में 25 सिंतबर के बाद मानसून लौट जाता है।
गरुवार सुबह की भी शुरुआत आसमान में बादल छाने और बारिश के साथ हुई। मौसम विभाग ने भी अगले तीन घंटे के लिए दिल्ली-एनसीआर में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। इस दौरान दक्षिण-पश्चिम दिल्ली, नोएडा, पलवल (हरियाणा) के अलग-अलग स्थानों और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश होने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रह सकता है, जो इस मौसम का सामान्य तापमान है। वहीं, न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पालावत ने अमर उजाला को बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण मानसून की प्रवृत्ति बदल रही है। पिछले चार से पांच साल में बारिश के दिनों की संख्या कम हो गई है और खराब मौसम की घटनाओं में वृद्धि हुई है। हम बारिश के छोटे और तीव्र दौर की रिकॉर्डिंग करते रहे हैं, कई बार सिर्फ 24 घंटों में करीब 100 मिमी बारिश होती है। पहले इतनी बारिश 10 से 15 दिनों में होती थी।
उन्होंने आगे बताया कि दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में बारिश की गतिविधि के मामले में सितंबर का महीना अब तक अच्छा रहा है। इंडियन ओसियन डाइपोल अगस्त माह में निगेटिव में था। अब वह न्यूट्रल में आ गया है। निम्न दबाव का क्षेत्र एक बार फिर बंगाल की खाड़ी में बन रहा है। जो उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ आगे बढ़ रहे है। जिससे दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर भारत में बारिश हो रही है। आमतौर पर अगस्त के बाद सितंबर में निम्न दबाब के क्षेत्र बनते नहीं हैं, लेकिन इस बार ये ज्यादा बन रहे हैं जिसके कारण बारिश हो रही है। इसके अलावा एक निम्न दबाव का क्षेत्र मध्यप्रदेश और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। इसका असर भी दिल्ली-एनसीआर के क्षेत्र में दिख रहा है। जिससे राजधानी में अगले कुछ दिनों तक बारिश के आसार हैं।
उन्होंने आगे बताया कि देश के कई शहरों में इस तरह के असर जलवायु परिवर्तन के कारण भी देखने को मिल रहे हैं। एक-दो दिन तेज बारिश होना फिर बारिश का अचानक रुक जाना ये इसका ही परिणाम है। अब बारिश के दिन कम होते दिखाई दे रहे हैं लेकिन बारिश अब ज्यादा हो रही है। पहले चार-पांच दिनों में जितनी बरसात होती थी, अब व एक-दो दिन में तेज बारिश के साथ हो जाती है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कुछ दिनों में रिकॉर्ड बारिश के साथ कुछ भारी बारिश दर्ज की गई है। सितंबर महीने के दौरान अब तक यानि 1 से 14 तारीख के बीच दिल्ली में 129.8 मिमी के मासिक औसत के मुकाबले 394 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा, अगर हम सितंबर में अब तक की सबसे अधिक वर्षा की बात करें, तो यह 417 मिमी है, जो वर्ष 1944 में देखी गई थी। अभी इस महीने में आखिरी 15 दिन बचे हुए हैं, ऐसा लग रहा है कि दिल्ली सबसे अधिक बारिश के आंकड़े को भी पार कर सकती है और अब तक का सबसे वर्षा वाला सितंबर बन सकता है। अगर बारिश अच्छी रही तो आने वाले समय में ही दिल्ली इस आंकड़े को पार कर सकती है।
17 को कुछ ऐसा रहेगा मौसम का हाल
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल, बिहार के कुछ हिस्सों, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, मध्यप्रदेश, पूर्वी गुजरात, झारखंड के कुछ हिस्सों, दिल्ली-एनसीआर और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभावना बनी हुई है।