बिहार में साधारण लोगों के खातों में अभी भी आ रहे पैसे,अब मुजफ्फरपुर के बुजुर्ग के अकाउंट में आए 52 करोड़ रुपये
बिहार के लोगों के बैंक खातों में लगातार करोड़ों रुपये आने का मामला रहस्यमी होता जा रहा है।
बिहार के लोगों के बैंक खातों में लगातार करोड़ों रुपये आने का मामला रहस्यमी होता जा रहा है। एकाध बार ऐसा हो सकता है, लेकिन अमूमन रोज किसी खाते में करोड़ों रुपये की एंट्री होने का मामला सामने आ रहा है। बैंकें भले इसे सीबीएस की गड़बड़ी बताकर खारिज कर रही हैं, लेकिन ऐसी भारी गड़बड़ी से हेराफेरी की आशंका पैदा होती है। कहीं कोई गिरोह तो लोगों को खातों में हेराफेरी कर काला-सफेद तो नहीं कर रहा है? गुरुवार को कटिहार जिले में बच्चों के खातो में 960 करोड़ रुपये जमा होने का मामला आया था, तो जिला कलेक्टर ने बैंक प्रबंधक के हवाले से कहा था कि यह कोर बैंकिंग सॉलयूशंस यानी सीबीएस की गड़बड़ी से हुआ।
शुक्रवार को मुजफ्फरपुर जिले के एक बुजुर्ग में 52 करोड़ जमा होने की खबर आई। जिले के कटरा थाना क्षेत्र के सिंघवारी गांव निवासी 70 साल के राम बहादुर शाह वृद्धा पेंशन की राशि निकालने एक सीएसपी संचालक के पास गए थे। उन्हें बताया गया कि वे करोड़पति बन गए हैं। सीएसपी संचालक ने बताया कि उनके बिहार ग्रामीण बैक की पहसौल शाखा के पेंशन खाते में 52 करोड़ रुपये जमा हैं। यह सुनकर राम बहादुर साह हैरान हो गए। उनके बेटे सुजीत कुमार ने कहा कि खेती मजदूरी करके पेट पालने वाले पिता के खाते में इतनी बड़ी राशि कहां से आई? उन्होंने कहा कि हमने पुलिस को इसकी सूचना दी है।
बैंक ने कहा अभी मात्र दो हजार हैं
कटरा थाने के सब इंस्पेक्टर मनोज पांडे ने मामले को लेकर बैक प्रबंधक को सूचना दी। बैक प्रबंधक सुधीर कुमार ने जब जांच की तो साह के खाते में मात्र दो हजार रुपये की राशि जमा पाई। प्रबंधक ने कहा कि किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण 52 करोड़ रुपये दिखे होंगे।
कई घटनाएं आ चुकी सामने
बैंक खातों में करोड़ों रुपये सबसे पहले खगड़िया के मानसी थाना अंतर्गत बख्तियारपुर के रंजीत दास के बैंक खाते में साढ़े पांच लाख रुपये आ गए। बैंक की गलती से खाते में आए इस धन की उसने निकासी कर ली तथा यह कहते हुए लौटाने से इनकर किया पीएम मोदी ने अपने वादे के अनुसार पहली किश्त भेजी है। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।