RSS की बैठक के समापन पर मोहन भागवत का बड़ा ऐलान, कहा- अब मुस्लिम बस्तियों में खोली जाएंगी संघ की शाखाएं
चित्रकूट में चल रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के चिंतन शिविर (Chintan Shivir) मंगलवार यानी आज समापना हो गया.
चित्रकूट में चल रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के चिंतन शिविर (Chintan Shivir) मंगलवार यानी आज समापना हो गया. 9 जुलाई से शुरू हुए इस शिविर में कई बैठके आयोजित की गई, संघ में कई छोटे-बड़े कई बदलाव भी किए गए. कई राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव के लिहाज से भी यह शिविर महत्वपूर्ण रहा. संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने पश्चिम बंगाल और मुस्लिम समुदाय को जोड़ने को लेकर भी बड़ा फैसला लिया.
आज (मंगलवार) को विविध संबद्ध संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्री ऑनलाइन माध्यम से बैठक में शामिल हुए. जिसके साथ शिविर का समापन हुआ. संघ ने पश्चिम बंगाल को तीन खंडों में विभाजित करने का फैसला लिया. अब से दक्षिण बंगाल का मुख्यालय कोलकाता, मध्य बंगाल का मुख्यालय वर्धमान और उत्तर बंगाल का मुख्यालय सिलीगुड़ी होगा. शीविर में दायित्वों में कई बदलाव किए गए हैं.
भैया जी जोशी होंगे VHP के संपर्क अधिकारी
क्षेत्र प्रचारक प्रदीप जोशी को अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख की जिम्मेदारी दी गई है. अब उनका मुख्यालय चंडीगढ़ होगा. इसके अलावा भैया जी जोशी अब संघ की ओर से विश्व हिंदू परिषद के संपर्क अधिकारी होंगे. वहीं, डॉक्टर कृष्ण गोपाल को विद्या भारती का संपर्क अधिकारी बनाया गया है. जबकि सर कार्यवाहक अरुण कुमार संघ और बीजेपी के बीच समन्वयक का काम देखेंगे.
मुस्लिम बस्तियों में खुलेंगी संघ की शाखाएं
बड़ा फैसला लेते हुए अब संघ देशभर में मुस्लिम बस्तियों में भी अपनी शाखाएं खोलेगा. साथ ही संघ के कार्यकर्ता हिन्दू के साथ अब मुस्लिम लोगों को भी संघ से जोड़ने की कोशिश करेंगे. संघ ने सोशल मीडिया पर भी सक्रियता बढ़ाने पर जोर दिया है. इसके लिए संघ आईटी सेल स्थापित करेगा. जिसमें आईआईटी पासआउट नौजवानों को मौका मिलेगा.
5 दिवसीय शिविर में आयोजित हुई कई बैठकें
9 से 13 जुलाई तक आयोजित की गई बैठक में 9 और 10 जुलाई को क्षेत्र प्रचारकों की बैठक का आयोजन किया गया था. 10 और 11 जुलाई को प्रांत प्रचारकों की बैठक का आयोजन किया गया था. 11 जुलाई को आयोजित बैठक में क्षेत्र प्रचारकों और प्रांत प्रचारकों की बैठक से निकले निष्कर्ष पर चर्चा की गई साथ ही संघ की भविष्य की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया. जिसके बाद मंगलवार को चिंतन शिविर का समापन किया गया.