मचा बवाल: विधायक ने अफसर को दी धमकी- 'आयकर विभाग की रेड डलवा दूंगा'...जानें क्या है पूरा मामला
भाजपा विधायक ने आरोपों को खारिज करते हुए ऑडियो क्लिप को नकली बताया है.
औरंगाबाद: महाराष्ट्र के भाजपा विधायक बबनराव लोणीकर एक ऑडियो क्लिप के चलते मुसीबत में पड़ गए हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ है, जिसमें लोणीकर को कथित तौर पर MSEDCL अधिकारी को धमकी देते सुना जा सकता है. ऑडियो में लोणीकर औरंगाबाद स्थित अपने आवास की बिजली सप्लाई को कथित रूप से डिस्कनेक्ट किए जाने से भड़के हुए हैं और एक MSEDCL अधिकारी को आयकर विभाग की छापेमारी की धमकी दे रहे हैं. मामला सामने आने पर राज्य के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने प्रशासन से उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए कहा है.
हालांकि, लोणीकर ने आरोपों को खारिज करते हुए ऑडियो क्लिप को नकली बताया है. उन्होंने कहा कि इसके जरिए उनकी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है. कथित ऑडियो क्लिप में, लोणीकर, महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) के इंजीनियर से यह पूछ रहे हैं कि औरंगाबाद में उनके बंगले की बिजली क्यों काट दी गई है. साथ ही उनका मीटर बॉक्स ले लिया गया है, जबकि उन्होंने इस साल 10 लाख रुपये बकाया बिल का भुगतान किया है.
सामने आए ऑडियो में बातचीत के दौरान लोणीकर ने यह भी पूछा कि MSEDCL के अधिकारी झुग्गी-झोपड़ी वाले क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति में कटौती क्यों नहीं करते, जहां लोग ओवरहेड ट्रांसमिशन लाइनों पर हुक लगाकर बिजली चोरी करते हैं. क्लिप में भाजपा नेता को अधिकारी को गाली देते सुना गया. साथ ही वे अधिकारी को धमकी देते हुए कह रहे हैं कि उनके परिसरों पर आयकर विभाग की छापेमारी कराई जाएगी.
ऑडियो क्लिप वायरल होने पर लोणीकर ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने न तो एमएसईडीसीएल के किसी अधिकारी को फोन किया, न गाली दी और न ही धमकी दी. उन्होंने कहा कि "ऑडियो क्लिप नकली है और इसे मेरी छवि खराब करने के उद्देश्य से बनाया गया है. मेरा औरंगाबाद में एक निवास है, लेकिन एमएसईडीसीएल ने न तो उसकी बिजली काटी है और न ही इसका मीटर जब्त किया है, इसलिए मेरे धमकी देने का कोई सवाल ही नहीं है. यह फर्जी रिकॉर्डिंग के जरिए मुझे बदनाम करने की एक साजिश है."
उन्होंने दावा किया कि इस सब की जगब वह तो गरीबों और किसानों से बकाया बिजली बिलों की वसूली के एमएसईडीसीएल के अभियान के विरोध में थे. लोणीकर ने कहा कि एमएसईडीसीएल के अधिकारी सरकार के दबाव में ऐसा कर रहे हैं. उन्हें गरीबों से वसूली किए जाने से रोका जाना चाहिए.
इधर, मंत्री नितिन राउत ने लोणीकर पर लगे आरोपों पर कहा है कि उनकी भाषा पूरी तरह से अस्वीकार्य है. MSEDCL घटना के संबंध में सभी डीटेल प्राप्त कर शिकायत दर्ज कराएगा.
राउत ने कहा, "अधिकारी से बात करते समय लोणीकर ने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया वह हैरान करने वाला है. वह 30 साल से पब्लिक लाइफ जी रहे हैं और राज्य के कैबिनेट मंत्री हैं. उनके व्यवहार ने खुद को सभ्य कहने वाली भाजपा का पर्दाफाश किया है." उन्होंने आगे कहा, "लोणीकर का 10 लाख रुपये का बकाया भुगतान करने का दावा फर्जी है. उनके दोनों निवास स्थानों का बकाया बिल अभी भी चार लाख रुपये तक है. उन्होंने एक साल से अधिक समय से बिल का भुगतान नहीं किया है."