करौली। करौली गंगापुर शहर जिला पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल ने सोमवार को कोतवाली थाने में मीडिया के सामने राधेश्याम मीणा के अपहरण व फिरौती मांगने के मामले का खुलासा किया. इस मामले में पुलिस ने आरोपी विकास पुत्र ऋषिकेश मीणा निवासी रायसना, करौली, गुलाब सिंह उर्फ मौली पुत्र रामकुमार मीणा निवासी रायसना, करौली को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी को गुप्त रखा गया है. क्या था मामला 21 फरवरी को राधेश्याम उर्फ गुड्डू मीणा निवासी मीना बड़ौदा को मानसिंह मीणा पुत्र कमल मीडिया निवासी साबुन ने घर से बुलाया था. राधेश्याम मानसिंह के बुलावे पर घर से सड़क पर आ गया। जिसे मानसिंह व उसके साथियों ने जबरन कार में डालकर अगवा कर लिया। पुलिस ने पड़ोसी जिलों दौसा और जयपुर आदि में नाकाबंदी करवा दी। विभिन्न टीमों का गठन किया गया। गाड़ी को पुलिस ने नाकेबंदी कर दी थी और अपहृत के बारे में अहम जानकारी हासिल की थी कि क्या उससे कोई विवाद या लेन-देन था, उसका व्यवहार कैसा था. जांच में सामने आया कि अपहरण की घटना फिरौती के लिए की गई है। 23 फरवरी को राधेश्याम मीणा को पुलिस टीमों ने प्रतापनगर भीलवाड़ा से गिरफ्तार किया था। राधेश्याम से पूछताछ के बाद इस गिरोह के सदस्यों को नामजद कर बदमाशों को पकड़ने के लिए पांच अलग-अलग टीमों का गठन किया गया।
आखिरकार मुखबिरों की सूचना और मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण का खुलासा करने में पुलिस उपाधीक्षक विजयकुमार सांखला और साइबर सेल के सहायक उपनिरीक्षक अजीत मोगा का विशेष योगदान है. एसपी ने बताया कि घटना में शामिल अन्य फरार बदमाश की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. पूछताछ में अपराधियों द्वारा अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की उम्मीद है. घटना में प्रयुक्त वाहन भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मानसिंह मीणा और उसके दो साथियों ने जयपुर से एक कार किराए पर ली थी. रायसाना गांव में कार में 2 साथी और बैठ गए। इसी बीच उन्होंने कार के चालक को बंधक बना लिया और उसी कार से राधेश्याम का अपहरण कर लिया और 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी. फिर बदमाश राधेश्याम को जयपुर ले गए जहां से टैक्सी से भीलवाड़ा ले गए। हालांकि भीलवाड़ा पुलिस की मदद से पुलिस ने राधेश्याम को गिरफ्तार कर लिया था. उन्होंने बताया कि अपराधियों के खिलाफ विभिन्न थानों में मारपीट, लूट, अपहरण, आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं. पुलिस उपाधीक्षक विजयकुमार सखाला, कोतवाली थाना प्रभारी करण सिंह, मलारना डूंगर थानाधिकारी राजकुमार मीणा, शैतान सिंह प्रभारी डीएसटी टीम सवाई माधोपुर, थाना बटोदा रामकेश मीणा, थानाध्यक्ष बामनवास मनीष शर्मा, उदेई मोड़ थानाधिकारी भरत सिंह, अमरसिंह परिवीक्षाधीन उपनिरीक्षक फैयाज खान सौनी, बच्चू सिंह सौनी, जब्बार शाह सौनी, विजयसिंह, ऋषिकेश, रिंकू, भरतसिंह, राजेंद्र, फत्तेसिंह, रिंकू सिनसिनवार, सतीश, जयप्रकाश, महेंद्र आदि शामिल थे।