गाजियाबाद (आईएएनएस)| गाजियाबाद के एलिवेटेड रोड पर 5 दिन पहले ही 45 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। देश के पहले सिंगल पिलर एलिवेटेड रोड पर शरारती तत्वों ने इनमें से 27 सीसीटीवी कैमरों के तार काट दिए। जब ब्लैंक स्क्रीन आई, तब कंट्रोल रूम को पता चला। हुड़दंगबाजी और स्टंटबाजी पर नजर रखने के लिए 5 दिन पहले ही ये कैमरे लगाए गए थे। तार कट करने के संबंध में थाना इंदिरापुरम में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
गौरतलब है कि एलिवेटेड रोड पर आए दिन स्टंटबाजी और हुड़दंगबाजी होती रहती है। इसे रोकने के लिए पिछले दिनों यूपी गेट से रोटरी गोल चक्कर तक 11 किलोमीटर लंबाई में 45 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इनका कंट्रोल रूम वसुंधरा पुलिस चौकी पर बनाया गया है। 15 मार्च को इन कैमरों का शुभारंभ किया गया था। प्रत्येक कैमरे पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम में 8-8 घंटे की शिफ्ट अनुसार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। 15 मार्च को डीसीपी समेत अन्य लोगों ने सीसीटीवी कैमरों के कंट्रोल रूम का शुभारंभ किया था, जो वसुंधरा चौकी पर बना है। कंट्रोल रूम पर तैनात कांस्टेबल अभिजीत बालियान और भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 16 मार्च की रात साढ़े 8 बजे कुछ कैमरे अचानक बंद हो गए। उन्होंने इसकी सूचना कैमरे लगाने वाले टेक्नीशियन शुभम गोयल को दी। वसुंधरा चौकी प्रभारी विपिन कुमार, टेक्नीशियन शुभम गोयल जब मौके पर पहुंचे तो यूपी गेट की तरफ से चलने पर कौशांबी से हज हाउस तक करीब 27 सीसीटीवी कैमरों के तार में कट लगा हुआ था।
महत्वपूर्ण बात ये है कि कैमरों की वायर चुराई नहीं गई, सिर्फ कट मारा गया। ऐसे में ये काम चोरों का नहीं लग रहा। पुलिस मान रही है कि किसी शरारती तत्व ने ही ये सब किया है। सब इंस्पेक्टर विपिन कुमार ने थाना इंदिरापुरम में सोमवार को मुकदमा दर्ज कराया है। एसीपी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।