ओलिंपिक मेडल को मीराबाई ने किया देश को समर्पित, कहा- यह पदक उन सबके लिए जिन्होंने मेरा हौंसला बढ़ाया
ओलिंपिक भारोत्तोलन में इतिहास रचने वाली मीराबाई चानू ने भारत लौटने के बाद अपना रजत पदक देशवासियों के नाम करते हुए कहा कि सरकार का सहयोग नहीं मिलता तो उनका सपना कभी पूरा नहीं होता
ओलिंपिक भारोत्तोलन में इतिहास रचने वाली मीराबाई चानू ने भारत लौटने के बाद अपना रजत पदक देशवासियों के नाम करते हुए कहा कि सरकार का सहयोग नहीं मिलता तो उनका सपना कभी पूरा नहीं होता. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के निवास पर आयोजित सम्मान समारोह में मीराबाई ने कहा, 'मेरे लिए यह सपना सच होने जैसा है. मैं इस पदक को भारतवासियों को समर्पित करना चाहती हूं. यह पदक मैं उन सबको समर्पित करती हूं जिन्होंने मेरी हौसला अफजाई की, जिन्होंने मेरे लिये प्रार्थना की.' मणिपुर की इस खिलाड़ी ने 49 किलोग्राम वर्ग में कुल 202 किग्रा (87 किग्रा+115 किग्रा) भार उठाकर शनिवार को रजत पदक हासिल किया था. इससे पहले भारोत्तोलन में 2000 सिडनी ओलिंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक जीता था.
मीराबाई चानू ने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री और खेल मंत्री को शुक्रिया बोलना चाहूंगी. उन्होंने मुझे बहुत कम समय में अभ्यास के लिए अमेरिका भेजा था. सभी तैयारियों को एक दिन में पूरा किया गया था. उनके कारण ही मुझे अच्छा प्रशिक्षण मिला और मैं पदक जीतने में सफल रही. मेरी सफलता का श्रेय टॉप्स (टारगेट ओलिंपिक पोडियम योजना) जैसी योजनाओं को भी जाता है.' इस मौके पर उनके कोच विजय शर्मा ने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है अब आने वाले समय में भारतीय खिलाड़ी और पदक जीतेंगे. मीराबाई और उनके कोच को सम्मानित करने के लिये आयोजित कार्यक्रम में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा खेल राज्य मंत्री निशिथ प्रामाणिक , केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू, सर्बानंद सोनोवाल और जी कृष्ण रेड्डी मौजूद थे. रीजीजू और सोनोवाल पहले खेल मंत्री रह चुके है.
ठाकुर बोले- मीराबाई के खेल से बाकी लोग होंगे प्रेरित
ठाकुर ने हिमाचली टोपी, शॉल पहनाकर चानू और उनके कोच को सम्मानित किया. खेल मंत्री ठाकुर ने कहा कि मीराबाई ने ओलिंपिक के पहले दिन पदक जीता जिससे देश के दूसरे खिलाड़ियों का मनोबल काफी बढ़ा है. उन्होंने कहा, 'ओलिंपिक खेलों के पहले दिन आप ने पदक जीत कर बाकी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया है. आपकी इस उपलब्धि से बाकी खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी.' मीराबाई का स्वदेश लौटने पर हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया था. उन्होंने यहां पहुंचने के बाद ट्वीट किया, 'इतने प्यार और समर्थन के बीच यहां वापस आकर खुशी हो रही है. बहुत-बहुत धन्यवाद.'
इस 26 वर्षीय खिलाड़ी का 'भारत माता की जय' के नारों से स्वागत किया गया और भारतीय खेल प्राधिकरण के अधिकारियों सहित अन्य लोगों ने उनका अभिनंदन किया. इससे पहले मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को घोषणा की कि टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भारोत्तोलक मीराबाई चानू को राज्य पुलिस विभाग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में नियुक्त किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उन्हें एक करोड़ रुपये का इनाम भी देगी.