नाबालिग रेप केस: क्या आरोपी पति-पत्नी भागने की फिराक में थे ?
निलंबित अधिकारी ने गिरफ्तार होने से कुछ घंटे पहले पत्नी के साथ घर से भागने की कोशिश की थी।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस को मिले एक सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि नाबालिग से बलात्कार के आरोपी निलंबित अधिकारी ने गिरफ्तार होने से कुछ घंटे पहले पत्नी के साथ घर से भागने की कोशिश की थी।
दरअसल, सोमवार सुबह 9.35 बजे के टाइम स्टैम्प वाले फुटेज में दिल्ली सरकार की महिला एवं बाल विकास विभाग में काम करने वाले 51 वर्षीय आरोपी उप निदेशक प्रेमोदय खाखा और उसकी पत्नी सीमा रानी बुराड़ी स्थित शक्ति एन्क्लेव के अपने घर से निकलते हुए दिखाई दिए। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि दंपत्ति अपने वकील के संपर्क में थे और अदालत से अग्रिम जमानत लेने जा रहे थे। इससे पहले कि दोनों ऐसा कर पाते, प्रेमोदय खाखा और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रेमोदय खाखा पर 2020 से 2021 के बीच 12वीं क्लास की छात्रा से बार-बार रेप करने का आरोप है। पीड़िता की आरोपी से मुलाकात एक चर्च में हुई थी। पुलिस के मुताबिक 2020 में अपने पिता के निधन के बाद पीड़िता डिप्रेशन में आ गई थी। आरोपी पीड़िता को मदद के बहाने अपने घर ले गया।
लड़की ने पुलिस को बताया कि अक्टूबर 2020 से फरवरी 2021 के बीच जब वह बुराड़ी में रहने वाले अपने "अभिभावक" के साथ थी, तब उसके साथ कई बार बलात्कार हुआ। आरोपी और उसकी पत्नी के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम की धाराओं के साथ बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज की गई।
सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेमोदय खाखा को निलंबित करने का आदेश पारित कर दिया था। पुलिस के मुताबिक जब पीड़िता गर्भवती हो गई तो आरोपी ने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। जब उसने प्रेमोदय खाखा की पत्नी को आपबीती सुनाई तो उसने अपने बेटे को गर्भपात की गोलियां खरीदने के लिए भेजा। गोलियां पीड़िता को दी गई थी। लड़की का फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है।