100 से ज्यादा वारदात करने वाला करोड़पति चोर दबोचा गया, जानें पूरा खुलासा
चोरी के बूते संपत्तियां बनाई थीं.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे चोर को गिरफ्तार किया है, जिसने चोरियां करके करोड़ों की प्रॉपर्टी खड़ी कर ली. इस चोर ने दिल्ली से लेकर नेपाल तक चोरी के बूते संपत्तियां बनाई थीं. इस आरोपी ने दिल्ली में 200 चोरियों को अकेले ही अंजाम दिया था. उसे अलग नामों से नौ बार अरेस्ट किया गया, लेकिन फैमिली की जानकारी नहीं मिली.
पुलिस का कहना है कि सिद्धार्थ नगर में आरोपी ने पत्नी के नाम पर गेस्ट हाउस और खुद के नाम पर नेपाल में होटल खोल रखा था. चोरी की वारदातों को अंजाम देकर लखनऊ और दिल्ली में अपना मकान बनाया. साल 2001 से 2023 तक 15 से ज्यादा आपराधिक केस दर्ज हैं. जानकारी के अनुसार, माडल टाउन पुलिस ने घर में चोरी के आरोप में एक करोड़पति होटल कारोबारी को पकड़ा है. आरोपी की पहचान मनोज चौबे के तौर पर हुई है. वह करीब 25 साल से परिवार से छिपकर दोहरी जिंदगी जी रहा था. आरोपी ने अकेले करीब 200 चोरी की वारदात को अंजाम दिया है.
पुलिस के अनुसार, 48 वर्षीय मनोज चौबे का परिवार नेपाल से सटे यूपी के सिद्धार्थ नगर जिले में रहता था, लेकिन बाद में वे नेपाल में बस गए. मनोज साल 1997 में दिल्ली आया और कीर्ति नगर थाने में कैंटीन चलाने लगा. उसने कैंटीन में चोरी की और पकड़ा गया, उसे जेल भेज दिया गया. जेल से छूटने के बाद वह घरों को निशाना बनाने लगा. बड़ी रकम हाथ लगने के बाद वह वापस गांव लौट जाता था.
आरोपी मनोज शुरुआत में किराए के मकान में रहकर चोरी की वारदात करता था. इसके लिए वह पहले इलाके की रेकी करता था, जिसके बाद वह माडल टाउन, रोहिणी, अशोक विहार और पीतमपुरा आदि इलाकों में बंद पड़ी कोठी, मकान और फ्लैट को निशाना बनाता था. चोरी की रकम से आरोपी मनोज ने नेपाल में होटल बनाया. इस दौरान उसने यूपी के सिंचाई विभाग में कार्यरत अफसर की बेटी से शादी की. उसने ससुराल में बताया था कि वह दिल्ली में पार्किंग का ठेका लेता है. इसलिए उसे कभी-कभी साल में छह से आठ माह दिल्ली में रहना पड़ता है.
सिद्धार्थ नगर के शोहरतगढ़ कस्बे में उसने पत्नी के नाम से गेस्ट हाउस बनवाया. मनोज ने इसी कस्बे में अपनी जमीन एक अस्पताल को लीज पर दी थी, जिसके एवज में उसे दो लाख रुपये प्रतिमाह किराया मिलता था. आरोपी मनोज ने परिवार के लिए लखनऊ में मकान बनवाया. करोड़ों की संपत्ति और लाखों का किराया आने के बाद भी वह दिल्ली में चोरी करने के लिए आता रहता था. चोरी की एक वारदात में पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली.
पुलिस को सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में मनोज का चेहरा दिख गया. इसके बाद एक जगह स्कूटी से घूमता दिखाई दिया. पुलिस ने जब स्कूटी के नंबर की जांच की तो पता चला कि स्कूटी किसी विनोद थापा ने खरीदी है. दरअसल, मनोज ने नेपाली मूल की युवती सपना से शादी की थी. उसे चोरी छिपे दिल्ली में रखे हुए था. सपना का भाई विनोद भी यहां रहता है. विनोद ने पुलिस को बताया कि स्कूटी उसके जीजा लेकर घूमते हैं. इसके बाद दस जुलाई को पुलिस ने आरोपी मनोज को दबोच लिया.
मनोज पर चोरी के 15 मुकदमे दर्ज हैं. वह नौ बार गिरफ्तार हो चुका है, लेकिन हर बार वह अपनी पहचान राजू के तौर पर बताता था, जिसके चलते परिजनों को उसके इस कारनामे का पता नहीं चला. मनोज इतने शातिराना तरीके से वारदात को अंजाम देता था कि पुलिस को सबूत और रिकवरी दोनों ही हाथ नहीं लगते थे.