केरल विधानसभा चुनाव: मेट्रो मैन के नाम से मशहूर ई श्रीधरन बीजेपी की ओर से केरल में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. जल्द ही बीजेपी की ओर से इसका औपचारिक एलान किया जाएगा. ई श्रीधरन का बीजेपी में आना केरल में बीजेपी के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. मेट्रो मैन के नाम से लोकप्रिय श्रीधरन की छवि एक बेदाग नौकरशाह की रही है.
देश के सबसे योग्य लीडर्स में से एक हैं मोदी- श्रीधरन
साल 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले ई श्रीधरन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ कर कहा था कि मोदी देश के सबसे योग्य लीडर्स में से एक हैं और उनके हाथ में देश का भविष्य बेहतर हो सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि ई श्रीधरन ने तभी बीजेपी में जाने का मन बना लिया था. बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा था, "बीजेपी में जाने का फ़ैसला एक दिन में नहीं किया है, मैं राज्य के लिए काम करना चाहता हूं, इसलिए बीजेपी में शामिल हो रहा हूं. केरल सरकार के मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए कंसलटेंसी भी अब मैं बंद कर दूंगा"
ई श्रीधरन दिल्ली मेट्रो समेत पहले फ्रैट कॉरिडोर को समय से पहले दौड़ाने के मामले में ख्याति बटौर चुके हैं. ई श्रीधरन को साल 2001 में पद्म श्री और साल 2008 में पद्म विभूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. फ्रांस सरकार भी ई श्रीधरन को साल 2005 में अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित कर चुकी है,. यहीं नहीं अमेरिका की विश्व प्रसिद्ध पत्रिका टाइम मैग्जीन ने इन्हें एशिया हीरो का टाइटल भी दिया था.
श्रीधरन का शुरूआती जीवन
श्रीधरन का जन्म 12 जून 1932 को केरल के पलक्कड़ में हुआ था. उनके परिवार का संबंध पलक्कड़ के करुकपुथुर से है. ई श्रीधरन ने सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री आंध्र प्रदेश के काकीनाडा स्थित सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज से प्राप्त की. इसके बाद वह इंडियन रेलवे सर्विस में आ गए.
दिल्ली मेट्रो, कोच्चि मेट्रो, लखनऊ मेट्रो को ई श्रीधरन ने अपनी सेवाएं दी हैं. आम तौर पर माना जाता है कि राजनीति से रिटायरमेंट की उम्र नहीं होती है और ई श्रीधरन का 88 साल की उम्र में राजनीति में आना इस बात की तस्दीक़ करता है.