पंजाब में कांग्रेस पार्टी के भीतर मचा घमासान अभी पूरी तरह से थमा नहीं है. प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्य सरकार को ही निशाने पर लिया था. अब आज उन्होंने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात की, जिसके बाद दोनों के बीच गिले-शिकवे दूर हो गए हैं. चंडीगढ़ के पंजाब भवन में चल रही दोनों के बीच की मुलाकात को लेकर जल्द ही साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होगी. नवजोत सिंह सिद्धू ने दो दिन पहले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद पंजाब में एक बार फिर से विवाद शुरू हो गया था. सिद्धू ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार में कई पदों पर दागियों की नियुक्ति की गई है, जिसमें कैबिनेट मंत्री, एडवोकेट जनरल, डीजीपी का नाम शामिल है. नियुक्तियों में नवजोत सिंह सिद्धू की ना सुने जाने के मसले पर उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया था.
इससे पहले, मुख्यमंत्री चन्नी से मुलाकात करने पहुंचे सिद्धू ने ट्वीट किया कि डीजीपी आईपीएस सहोता बादल सरकार के तहत बेअदबी मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रमुख थे. उन्होंने दो सिख युवकों को बेअदबी के लिए गलत तरीके से आरोपित किया और बादल को क्लीन चिट दे दी. साल 2018 में, मैंने कांग्रेस के मंत्रियों, तत्कालीन पीसीसी अध्यक्ष और वर्तमान गृह मंत्री के साथ न्याय की लड़ाई में हमारे समर्थन का आश्वासन दिया था. नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी कि मुख्यमंत्री ने उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया है. चंडीगढ़ के पंजाब भवन में दोपहर वह मुलाकात करेंगे, किसी भी चर्चा के लिए उनका स्वागत है.
कांग्रेस में जारी इस महादंगल के बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का फैसला सीधे आलाकमान ने ही लिया था, ऐसे में अब जब हालात बिगड़े हैं तो हर किसी की नज़र इधर ही है.
सुनील जाखड़ ने अपनाया सख्त रुख
एक तरफ नवजोत सिंह सिद्धू घमासान के बीच मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ सुनील जाखड़ ने मोर्चा खोल दिया है. सुनील जाखड़ ने ट्वीट कर लिखा है कि अब बस बहुत हुआ, मुख्यमंत्री को नीचा दिखाने की कोशिश खत्म की जानी चाहिए. एजी या डीजीपी की नियुक्ति पर सवाल खड़े करने का मतलब सीएम पर सवाल खड़ा करना है. यह वक्त सभी तरह की शंकाओं को दूर करने का है.
सिद्धू के इस्तीफे से पंजाब में घमासान
नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा था और कहा था कि वह किसी तरह का समझौता नहीं कर सकते हैं. इसी के बाद पंजाब कांग्रेस का घमासान खुलकर सामने आया था. हालांकि, बाद में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का ज़िक्र किया था कि उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू से बात की है, जल्द ही चर्चा कर ली जाएगी.
गौरतलब है कि पंजाब कांग्रेस में लंबे वक्त से दंगल चल रहा है. पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था, तब जाकर कैप्टन का इस्तीफा हुआ था. बाद में नए मुख्यमंत्री को लेकर विवाद हुआ तो अंत में केंद्रीय आलाकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी पर मुहर लगा दी थी. नवजीत सिंह सिद्धू के इस तरह इस्तीफा देने के बाद काफी बवाल हुआ था. मनीष तिवारी समेत अन्य नेताओं ने सिद्धू पर निशाना साधा था और पार्टी के हाईकमान के फैसले पर सवाल खड़े किए थे.