लाइफगार्ड ने किया था MBBS छात्रा का मर्डर, 14 महीने बाद हुआ खुलासा
खुलासा
मुंबई। एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा सदिच्छा साने के मिसिंग केस का 14 महीने बाद पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले के मुख्य आरोपी मिट्ठू सिंह ने मुंबई क्राइम ब्रांच की पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है. लाइफगार्ड के रूप में काम करने वाले आरोपी ने बताया कि उसने सदिच्छा साने की हत्या कर उसकी बॉडी समुद्र में फेंक दी है.
इस कबूलनामे के बाद क्राइम ब्रांच ने आईपीसी की धार-302 के तहत केस दर्ज कर लिया है. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसने ये हत्या क्यों की और क्या हत्या से पहले छात्रा के साथ कोई गलत हरकत हुई थी. छात्रा को नवंबर 2021 में बांद्रा बैंडस्टैंड से अगवा किया गया था. पुलिस के अनुसार 29 नवंबर 2021 को छात्रा सदिच्छा सुबह 9:58 बजे विरार स्टेशन से लोकल ट्रेन में सवार हुई थी. उसे उस दिन दोपहर 2 बजे जेजे अस्पताल में प्रीलिम्स परीक्षा देनी थी. वह पहले अंधेरी में उतरी फिर वहां से दूसरी लोकल ट्रेन से बांद्रा आई. यहां उसने बैंडस्टैंड के लिए ऑटो लिया.
जांच में पुलिस को उसकी मोबाइल फोन की लोकेशन से पता चला कि वह दोपहर तक उसी इलाके में घूमती रही. पुलिस के अनुसार, आरोपी ने बताया कि उस दिन उसकी ड्यूटी बांद्रा बैंडस्टैंड पर थी. सदिच्छा अकेले थी. वह समुद्र की ओर जा रही थी, इसलिए उसे संदेह हुआ कि वह आत्महत्या कर सकती है, इसलिए उसने उसका पीछा किया. इसके बाद छात्रा ने कहा कि वह आत्महत्या कर मरने वाली नहीं है. इसके बाद दोनों एक-दूसरे से बात करने लगे. वे बैंडस्टैंड में एक चट्टान पर करीब सुबह 3:30 बजे तक बैठे रहे. मिट्ठू सिंह का कहना था कि वहां कुछ सेल्फी लेने के बाद फिर वह वहां से चला गया था.
पुलिस ने बताया कि इस बाद उन्हें एक छात्रा के लापता होने की सूचना मिली, तो उसने संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने लड़की से बातचीत की बात कबूल की. इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 363 (अपहरण) और 364 (ई) (फिरौती के लिए अपहरण) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की. हालांकि बाद उसने हत्या की बात कबूल कर ली.