जयपुर। राजस्थान में जयपुर हेरिटेज मेयर के घर एसीबी ने छापा मारा है। एसीबी ने मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर को 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पट्टे दिलवाने के एवज में मांगी थी 2 लाख रुपये की घूस। हालांकि अभी तक मेयर की लिप्तता सामने नहीं आई है। इस समय चल रही है मेयर के घर पर ACB की सर्च जारी है। एसीबी ने मंगवाई है नोट गिनने की मशीन। मेयर पति सुशील गुर्जर और उनके पीए नारायण व अनिल को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसीबी के टीम मेयर के घर और नगर निगम हेरिटेज में कार्रवाई कर रही है। घर और दफ्तर में पट्टो को खंगाल रही है। नारायण के घरत तलाशी में एसीबी को नकदी मिली है। माना जा रहा है कि सरकार किसी भी वक्त मेयर पर ऐक्शन ले सकती है। अभी तक मेयर मुनेश की संलिप्तता संदिग्ध नहीं पाई है। ACB ASP ललित शर्मा की टीम ने कार्रवाई की गई।
एसीबी को मेयर पति के निवास पर तलाशी में 40 लाख रुपये की नगदी मिली है। जबकि दलाल के निवास में तलाशी में 8 लाख रुपये मिले है। आवास और अन्य ठिकानों की तलाश जारी है। एसीबी ने मेयर पति और दो दलालों को 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एसीबी द्वारा जारी बयान के अनुसार पट्टा जारी करने की एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी। मेयर मुनेश गुर्जर के घर ACB ट्रैप पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का बयान आया है। खाचरियावास ने कहा कि लंबे समय से शिकायतें मिल रही थी। पट्टे जारी करने के एवज में रुपये मांगे जा रहे थे। मेरे से कई बार लोगों ने शिकायत की थी। रिश्वतखोर किसी भी पार्टी का हो भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा। लोग मेरे घर आकर कह रहे थे पट्टा तो बन गया है लेकिन नगर निगम मेयर के पास जाकर रूक गया है। गरीब लोगों को बार-बार परेशान किया जा रहा है। खाद्य मंत्री खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान की ACB टीम नंबर वन है।
जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर एसीबी में ट्रैप हो गए हैं। मेयर के जयपुर में निवास पर एसीबी की टीम ने छापा डाला है। जमीन के पट्टे जारी करने के मामले में दो लाख रुपये की घूस लेने से जुड़ा यह मामला है। जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर ने जमीन के पट्टे के लिए दो लाख रुपये की रिश्वत दलालों के जरिए ली, तो एसीबी ने उन्हें ट्रैप कर लिया। हालांकि अब तक मेयर मुनेश गुर्जर की सीधे तौर पर कोई मिलीभगत अब तक सामने नहीं आई, इसलिए मेयर मुनेश गुर्जर को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
एसीबी के एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने मीडिया को यह जानकारी फोन पर दी। शुरुआती जानकारी के मुताबिक मेयर के पति सुशील गुर्जर ने दो दलालों के जरिए परिवादी शिकायतकार्य से रिश्वत की राशि मांगी थी। परिवादी ने शिकायत में बताया कि सुशील गुर्जर उन्हें ज़मीन के पट्टे दिलवाने की एवज में में दो लाख रुपये की रिश्वत मांग कर परेशान कर रहे हैं। एसीबी ने मामला शिकायत दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू की। एसीबी टीम ने शिकायत का वेरिफिकेशन किया तो शिकायत सही पाई गई। एसीबी के एएसपी ललित शर्मा की टीम ने ट्रैप कार्रवाई करते हुए मेयर के पति सुशील गुर्जर को दो लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। दो दलालों के ज़रिए ये रिश्वत की गई थी। उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया। एसीबी अब भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी। मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर और दलालों की गिरफ्तारी के बाद उनके घर और ठिकानों पर छापे मारकर एसीबी की टीम सर्च कर रही है। मेयर के पति और दो दलालों से पूछताछ की जा रही है कि पट्टा बनवाने के लिए किन अधिकारियों तक यह रिश्वत की राशि पहुंचाई जानी थी। हालांकि अभी तक मेयर मुनेश गुर्जर की मामले में संलिप्तता संदिग्ध नहीं पाई गई है। हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर कांग्रेस पार्टी से ही हैं। पिछले दिनों मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के खिलाफ उन्होंने बयान दिया था। साथी नगर निगम में भी धरने पर बैठ गई थीं। तब इस मामले में बहुत सुर्खियां बटोरी थीं।