सरकार बनने पर पश्चिमी UP को अलग राज्य बनाएंगे, मायावती का ऐलान

ऐलान

Update: 2024-04-14 15:00 GMT
कानपूर: लोकसभा चुनाव को लेकर जारी भाजपा के मेनिफेस्टो के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में बड़ा ऐलान कर दिया है। मायावती ने कहा, अगर केंद्र में सरकार बनती है तो हम इस क्षेत्र के लोगों के विकास के लिए पश्चिमी यूपी को एक अलग राज्य बनाएंगे। जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा, बसपा किसी गठबंधन के साथ नहीं है अपने और सर्वसमाज के बलबूते पर चुनाव लड़ रही है। जब पार्टी बनी थी, शुरू में विपक्षी पश्चिम यूपी में विरोध प्रचार करते थे। बताते थे कि बसपा जाटों और अपर कास्ट के खिलाफ है जबकि हमने यूपी में अपने चार बार के कार्यकाल में मुजफ्फरनगर जिले में कोई दंगा व जातीय फंसाद नहीं होने दिया। बसपा प्रमुख ने कहा, ऐसा लगता है कि कांग्रेस की तरह भाजपा सरकार में ज्यादातर जांच एजेंसिंयों का राजनीतिकरण किया गया है।
मायावती ने सभा में जनता से कहा कि बसपा किसी भी पार्टी से गठबंधन के बजाय अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। उनकी पार्टी ने जहां तक टिकट वितरण का संबंध है, समाज के सभी तबकों को उचित भागीदारी दी है। उन्होंने कहा, सपा सरकार ने मुस्लिम और जाट को लड़ाने का काम किया है। हम मुजफ्फरनगर से मुस्लिम को चुनाव लड़ाना चाहते थे लेकिन कोई सामने नहीं। भाजपा से सभी डरे हुए हैं। मुस्लिमों में लगता है कि दंगा न हो जाए। इसी वजह से बसपा ने मुजफ्फरनगर से अति पिछड़ा वर्ग को टिकट दिया है। कोई मुस्लिम न मिलने के कारण दारा सिंह को टिकट दिया है। क्षत्रिय समाज को कैराना से टिकट दिया है। मुस्लिम को हरिद्वार से और बिजनौर में जाट समाज को टिकट देने का काम किया है। ऐसे में अब कांग्रेस व भाजपा आसानी से केंद्र में आने वाली नहीं है। यदि मशीन में को गड़बड़ न हो।
भाजपा ने जो दावे किए हैं वह एक चौथाई पूरे नहीं किए हैं सिर्फ पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। गन्ना किसानों का ध्यान रखा गया है मूल्य अधिक हमारी सरकार में दिया है। दलितों व आदिवासियों व अन्य को सरकारी नौकरी नहीं मिली। विरोधी दलों की सरकार ने धन्ना सेठों का ध्यान रख गया है। अल्पसंख्यक की हालत भी खराब है। गलत कृषि नीतियों के कारण किसान आंदोलन कर रहा है। देश की अर्थव्यवस्था पर भी फर्क पड़ रहा है। देश में महंगाई, भ्रष्टाचार बढ़ा है। हमें कांग्रेस, बीजेपी, अन्य सहयोगी दलों को केंद्र में आने से रोकना है। हमारी पार्टी ने घोषणा पत्र जारी नहीं किया। वह काम में विश्वास रखती है। बेरोजगारी से जनता परेशान है। धर्म की आड़ में मुस्लिम का शोषण हो रहा है जिसे रोका जाएगा। बिना पैसे लिए पुलिस में भर्ती की है उसमें जाट समाज के नौजवान को भी भर्ती किया है। मायावती ने वोटरों से कहा कि चुनावी घोषणा पत्रों के बहकावे में नहीं आना है। हाथी का बटन दबाना है।
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