हैलीकॉप्टर क्रैश में शहीद की पत्नी ने धारण किया 'मौन', घर में पसरा है मातम

Update: 2021-12-09 13:19 GMT

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा (Kangra) जिले के पैरा कमांडो विवेक कुमार की शहादत के बाद से गांव और घर में मातम पसरा हुआ है. विवेक की पत्नी प्रियंका की आंखों के आसूं मानो सूख गए हैं. वह चुपचाप गमगीन कुर्सी पर बैठी रहीं. सेना के जवानों ने परिवार के डीएनए सैंपल लिए हैं, जिनकी जांच की जाएगी. फिलहाल घर पर सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है. बता दें कि तमिलनाडू के कन्नूर में हैलीकॉप्टर क्रैश में विवेक कुमार शहीद हो गए हैं. वह सीडीएस बिपिन सिंह रावत के पीएसओ थे. हादसे में कुल 14 लोगों की मौत हुई है.

गांव के प्रधान विनोद ने बताया कि विवेक गांव के युवाओं के बारे में अक्सर चिंतिंत रहता था. छुट्टी के दौरान भी वह युवाओं को सेना में जाने के लिए टिप्स देता रहता था. वहीं, उन्‍होंने बताया कि विवेक की यूनिट हिमाचल के नाहन में तैनात थी. वह बीते डेढ़ साल से सीडीएस बिपिन सिंह रावत के साथ तैनात था. वह काफी बहादुर था और इस दौरान उसने दो-तीन मेडल भी जीते थे. विवेक ने हाल ही में जब बेटा हुआ तो बेटे के रजिस्ट्रेशन को लेकर फोन पर उनसे बात की थी. वह डेढ़ महीने पहले ही घर छुट्टी आया था.

पंचायत प्रधान विनोद कुमार ने बताया कि विवेक के परिजनों के डीएनए सैंपल दिल्ली सड़क मार्ग के जरिये भेजे गए हैं, क्योंकि कांगड़ा में गग्गल एयरपोर्ट से कोई फ्लाइट नहीं है. कल दोपहर या शाम तक विवेक का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंच सकता है. पैरा कमांडो विवेक कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर उपमंडल के कोसरी इलाके के अपर ठेहडू गांव से थे. लांस नायक विवेक कुमार 2012 में जैक राइफल में भर्ती हुए थे. बाद में वह पैरा कमांडो के रूप में सेवाएं दे रहे थे. साल 2020 में विवेक की शादी हुई थी और 2 माह पहले सितंबर में बेटे के पिता बने थे. उनकी बेटे का पहला जन्मदिन सेलिब्रेट करने की तमन्ना अधूरी रह गई. उनके पिता रमेश चंद दिहाड़ी का काम करते हैं. जबकि माता आशा देवी गृहिणी हैं. विवेक का एक छोटा भाई है, जो बैजनाथ के चौबीन में बेकरी में काम करता है. एक बहन की शादी हो चुकी है. विवेक अक्टूबर में घर छुट्टी आए थे. विवेक का ससुराल कोसरी गांव में ही है. 12वीं की शिक्षा प्राप्त करने के बाद वह जैक राइफल में भर्ती हुए थे.

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