देश की आजादी के लिए अपनी जान गंवाने वाले भारत मां के वीर सपूत भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दिए जाने के रूप में हर साल 23 मार्च के दिन शहीद दिवस मनाया जाता है. इस दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दी गई थी. अंग्रेजी शासन की हुकूमत के खिलाफ भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने आवाज बुलंद की थी. उन्होंने 'पब्लिक सेफ्टी और ट्रेड डिस्ट्रीब्यूट बिल' के विरोध में सेंट्रल असेंबली में बम फेंके थे.
इसके साथ ही भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने जलियां वाला बाग हत्याकांड का बदला लेने के लिए लहौर में सांडर्स की गोली मार कर हत्या कर दी थी. जिसके बाद अंग्रेजों की फौज उनकी तलाश में लग गई थी. असेंबली में बम फेंके जाने के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसके बाद उन्हें फांसी की सजा दे दी गई थी.
शहीद दिवस के मौके पर देशभर के स्कूलों में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इसके अलावा लोग देश के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले वीर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को याद कर एक दूसरे को मैसेज भी भेजते हैं. शहीद दिवस पर आप भी कुछ खास संदेश को भेज कर देश के शहीदों को श्रद्धांजलि दे सकते हैं.
'अक्सर लोग देशभक्तों को पागल कहते हैं.'
'आज जो मैंने आगाज लिखा है, उसका अंजाम कल आएगा. मेरे खून का एक-एक कतरा इन्कलाब लाएगा.'
'मैं एक इन्सान हूं और जो भी चीजे इंसानियत पर प्रभाव डालती है मुझे उनसे फर्क पड़ता है.'
'किसी भी इंसान को मारना आसान है, परंतु उसके विचारों को नहीं. महान साम्राज्य टूट जाते हैं, तबाह हो जाते हैं, जबकि उनके विचार बच जाते हैं.'
'क्या तुम्हें पता है कि दूनिया में सबसे बड़ा पाप गरीब होना है? गरीबी एक अभिशाप है यह एक सजा है.'
'जिंदगी तो सिर्फ अपने कंधों पर जी जाती है, दूसरों के कंधे पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं.'
'बम और पिस्तौल से क्रांति नहीं आती, क्रांति की तलवार विचारों की सान पर तेज होती है.'
'मरकर भी मेरे दिल से वतन की उल्फत नहीं निकलेगी, मेरी मिट्टी से भी वतन की ही खुशबू आएगी.'
'मुसीबतें इंसान को पूर्ण बनाने का काम करती हैं, हर स्थिति में धैर्य बनाकर रखें.'
'अगर अपने दुश्मन से बहस करनी है और उससे जीतना है तो इसके लिए अभ्यास करना जरूरी है.'