इस गांव में कराई गई दो लड़कों की आपस में शादी, क्या है वजह?
अजीब उपाय अपना रहे हैं।
बेंगलुरु: कर्नाटक पर मंडरा रहे सूखे के खतरे के बीच, लोग विभिन्न मान्यताओं का सहारा ले रहे हैं। लोग बारिश के देवता से प्रार्थना करते हुए विशेष पूजा कर रहे हैं। कर्नाटक में बेंगलुरु के आसपास के जिलों में बारिश के देवता का आह्वान करके नाबालिग लड़कों की शादी कराने की कई घटनाएं सामने आई हैं।
नाबालिग लड़कों की शादी की परंपरा बड़े पैमाने पर बेंगलुरु ग्रामीण, चिक्कबल्लापुर और कोलार जिलों में प्रचलित है। चिंतामणि तालुक के हिरेकाट्टीगेहल्ली और चिक्का बल्लापुर तालुक और जिले के मोगलाकुप्पे गांव के ग्रामीणों ने नाबालिग लड़कों की शादी कराई। गांवों के लोग एकत्र हुए और नाबालिग लड़कों की शादी में हिस्सा लिया। इस काम के लिए कक्षा पांच के छात्रों को चुना गया और उन्हें दूल्हा-दुल्हन की ड्रेस पहनाई गई। मंगलसूत्र के साथ गांठ बांधने समेत सभी रस्में निभाई गईं। लोगों ने आशीर्वाद देने के लिए वर्षा देवताओं को आमंत्रित करके विवाह अनुष्ठान में भाग लिया और आरती की। उन्हें पैसे भी उपहार में दिये गये।
समारोह के बाद लड़के अपने सामान्य जीवन में लौट आए। ये घटनाएं गुरुवार और बुधवार को सामने आईं। संयोगवश, बेंगलुरु शहर सहित आसपास के जिलों में पिछले तीन दिनों से बारिश हो रही है। किसानों को चिंता थी कि मानसून असफल होने के कारण पूरी फसल नष्ट हो जाएगी, अब उन्हें उम्मीद है कि उन्हें कम से कम मुख्य रागी की फसल मिल सकेगी।