युवती की हत्या के मामले में आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई खुलासे
शव बोरे में बंद करके फेंक दिया गया था.
मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के करहल में आरोपितों ने विधानसभा चुनाव वाले दिन युवती का शव बोरे में बंद करके फेंक दिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर मृत्यु की वजह बताई गई है। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि करहल में 23 वर्षीय युवती की हत्या के मामले में गला दबाने की रिपोर्ट मिली है। शरीर में आठ जगह चोट के निशान हैं। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड रिपोर्ट तैयार कर जांच के लिए भेज दी है। पुलिस ने दोनों हत्यारोपितों को जेल भेज दिया गया है। मृतका के पिता ने आरोप लगाया था कि प्रशांत यादव मुहल्ले में आया और पुत्री से सपा के पक्ष में वोट देने की बात कहने लगा। जिस पर पुत्री के मना करने पर प्रशांत उससे अपनी रंजिश मानने लगा। एक दिन बाद उनकी पुत्री घर के बाहर बैठी थी। तभी प्रशांत यादव अपने साथी के साथ बाइक द्वारा आया और पुत्री को बैठाकर अपने घर ले गया। दोनों आरोपितों ने पुत्री की हत्या कर शव बोरे में बंद करके फेंक दिया है।
इस मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा था कि उपचुनाव में अपनी पराजय सुनिश्चित जानकर समाजवादी पार्टी ने अपने गुंडा और माफिया प्रकोष्ठ को आगे कर दिया है। उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी की सारी हदें पार और इंसानियत को शर्मसार करते हुए करहल के बूथ संख्या 13 गांव कझरा में एक दलित समाज की बेटी की निर्मम हत्या का दुःखद समाचार मिला है। लड़की के माता पिता का कथन है कि उनकी बेटी की हत्या सपा नेताओं ने सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि बेटी ने भाजपा को वोट देने की बात की थी।
उन्होंने कहा कि लाल टोपी वाले गुंडों का कुकृत्य एक बार फिर सबके सामने है। पीडीए का नारा देने वाले अखिलेश यादव के लाल टोपी वाले गुंडों ने करहल में दलित बेटी की निर्मम हत्या कर दी। सपा मुखिया अखिलेश यादव को अपनी पार्टी के गुंडों को नियंत्रण में रखना चाहिए। बाकी पुलिस और प्रशासन तो अपनी कार्यवाही करेगी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि समाजवादी पार्टी यादवों की भी पार्टी नहीं है। यह सिर्फ एक परिवार की पार्टी है। यह लोग गुंडे-माफियाओं का समर्थन करते हैं। आमजन और अधिकारियों को डराते-धमकाते हैं। मैनपुरी के करहल में दलित युवती की हत्या के मामले में भी सपा समर्थित गुंडों का नाम सामने आ रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।