सुबोधकांत सहाय समेत कई हस्तियों ने मनमोहन सिंह को किया नमन

Update: 2024-12-28 08:05 GMT
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके साथ जिन्होंने काम किया या अच्छा खासा वक्त बिताया वो डॉ सिंह की विनम्रता के कायल हैं। कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय, राबर्ट वाड्रा और राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने डॉ. मनमोहन सिंह को नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी।
कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा, "मेरा उनका साथ बहुत पुराना है। उनके लिए कहा जाता था कि वह बहुत कम बोलना पसंद करते थे। लेकिन, वह जितना बोलते थे, वह बड़ा नपातुला बोलते थे। वह किसी भी मुद्दे का समाधान बहुत ही साफ तरीके से करते थे। उनका व्यक्तित्व बहुत अच्छा था। उनसे कभी अकेले में बात करते तो उनसे बात करके आप मंत्रमुग्ध हो जाते। उनका जाना देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है।
रॉबर्ट वाड्रा ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा, "पूरे देश में शोक की लहर है। देश ने एक ऐसे प्रधानमंत्री को खो दिया गया, जिन्होंने आर्थिक और वित्तीय मामलों में महत्वपूर्ण मदद की थी। वह प्रधानमंत्री जिस तरह से कार्य कर रहे थे, वह निश्चित रूप से सरकार के अन्य अधिकारियों से कहीं बेहतर थे। लोग खुश थे, उन्हें कोई डर नहीं था, और अर्थव्यवस्था भी अच्छा कर रही थी। वित्तीय स्थिति भी मजबूत थी, एजेंसियों का गलत इस्तेमाल नहीं हो रहा था और धार्मिक मुद्दे भी नहीं थे। मुझे लगता है कि देश को निश्चित रूप से डॉ. मनमोहन सिंह की कमी महसूस होगी। हम उन्हें याद करेंगे और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, " पूरी गांधी परिवार और कांग्रेस के तमाम नेताओं ने कहा है कि उन्हें यह उन्हें राजघाट में समाधि स्थल मिलना चाहिए, लेकिन इस सरकार ने यह नहीं दिया, जो गलत है। वे दस साल तक प्रधानमंत्री रहे और उन्हें उचित स्थान मिलना चाहिए था, लेकिन इस सरकार ने मना किया, जो गलत है। हम उनके लिए जरूर लड़ते रहेंगे। राजनीति इसमें नहीं होनी चाहिए। इसमें राजनीति का कोई स्थान नहीं है। वह 10 साल तक प्रधानमंत्री रहे और उन्होंने देश की प्रगति के लिए बहुत काम किया। वह हमेशा सभी दलों के साथ थे और पार्टी लाइन्स से ऊपर उठकर उन्होंने सभी दलों से सलाह ली, जब भी कोई कदम उठाया देश के हित में। इसलिए, देश की जनता चाहती है कि उनके लिए सही सम्मान मिले और उचित स्थान दिया जाए। उन्हें भारत रत्न भी मिलना चाहिए। देश उन्हें हमेशा याद करेगा, क्योंकि उनके समय में देश में बहुत प्रगति हुई। जब वे 10 साल तक प्रधानमंत्री रहे, तो यह उनका हक है कि उन्हें उचित सम्मान और स्थान मिले।"
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने डॉ. मनमोहन सिंह को शत-शत प्रणाम किया। उन्होंने कहा, ""मैंने उनके अधीन काम किया है और आप जानते हैं कि उन्होंने 1991 में भारत के आर्थिक इतिहास को एक नई दिशा दी। आज हम जिस स्थिति में हैं और लोग कहते हैं कि 2047 तक हमारी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी होगी और हम एक विकसित देश बनेंगे, उसकी आधारशिला निश्चित रूप से वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने रखी थी। मेरा उनके प्रति शत-शत प्रणाम।"
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