मणिपुर हिंसा: अमित शाह के दौरे से पहले 3 उग्रवादी गिरफ्तार
4 दिन मणिपुर में रहेंगे अमित शाह
मणिपुर। मणिपुर में उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच अचानक झड़प और गोलीबारी की घटना के चलते स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। इस बीच, सेना ने उग्रवादियों की नापाक साजिश का खुलासा किया है। इंडियन आर्मी का कहना है कि राज्य में हमले के लिए उग्रवादी बेगुनाह जनता को ह्यूमन शील्ड के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं। 28 मई को सेना की ओर से किए गए ट्वीट में इसकी जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया कि विद्रोहियों की ओर से गांवों और सुरक्षा बलों पर हमला करने के दौरान लोगों को मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने की प्लानिंग है। सेना के ट्वीट से उग्रवादियों के प्लान का खुलासा होता है। इसमें सुरक्षा बलों को उनकी ड्यूटी से रोकने का जिक्र है जिसके लिए स्थानीय लोगों को ह्यूमन शील्ड के तौर पर यूज करने की बात कही गई है। सेना के सूत्रों ने बताया कि प्लान के मुताबिक, 'पार्टी ए पार्टी बी को निर्देश देती है और बताती है कि उन्हें 27 मई तक यह टास्क पूरा करना होगा। इस दौरान लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करके एक गांव को नष्ट किया जाएगा।' इंटरसेप्टेड चैट से पता चलता है कि विद्रोहियों के पास काफी हथियार हैं और इसकी सप्लाई अभी बढ़ने वाली है। रिपोर्ट के मुताबिक, कई समूह मणिपुर की मौजूदा स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश में हैं। अलग-अलग गुटों की ओर से दहशत और अशांति पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि उन्हें पता चला है कि उग्रवादी समूह महिलाओं और बच्चों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने पर जोर दे रहे हैं। इसके जरिए मणिपुर में भारतीय सेना के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान शुरू करने की तैयारी है। सूत्रों की मानें तो हिंसा प्रभावित राज्य में कई जगहों से इस तरह की घटनाओं की सूचना मिल भी चुकी है। हालांकि, सेना की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि विद्रोही गुट के नापाक मंसूबे सफल न हों और आम लोग पूरी तरह से सुरक्षित रहें।
हिंसाग्रस्त मणिपुर में सोमवार को सेना पर एक बड़ा उग्रवादी हमला सैनिकों की सर्तकता से टल गया। सैनिकों ने चेकिंग के दौरान 3 उग्रवादियों को हथियारों और गोला-बारूद के साथ पकड़ लिया। उग्रवादी सैनिकों पर बड़े हमला करने की फिराक में थे। सेना ने तीन आरोपियों को पुलिस को सौंप दिया है। भारतीय सेना ने कहा कि रविवार शाम इंफाल पूर्वी जिले के सिटी कन्वेंशन सेंटर के क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर हमले के इरादे से सशस्त्र बदमाशों के खुलेआम घूमने की खुफिया जानकारी मिली थी। इसके बाद सेना ने कई मोबाइल वाहन चेक पोस्ट (एमवीसीपी) स्थापित करने के लिए तीन कॉलम जुटाए। सेना ने 28 मई को शाम 7:30 बजे मोबाइल व्हीकल चेक पोस्ट पर एक संदिग्ध मारुति ऑल्टो कार को आते देखा। सैनिकों द्वारा रोके जाने पर तीनों आरोपी कार से उतरकर कॉलोनी की ओर भागने लगे। लेकिन सैनिकों ने उन्हें पकड़ कर क्षेत्र में एक बड़ी अप्रिय घटना को टाल दिया। गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को चार दिवसीय यात्रा पर मणिपुर जाएंगे। इस दौरान वह राज्य की स्थिति का आकलन करने और सामान्य स्थिति बहाल करने को लेकर योजना बनाने के लिए सुरक्षा संबंधी बैठकें करेंगे। मणिपुर में 3 मई को शुरू हुए जातीय संघर्ष के बाद शाह का इस पूर्वोत्तर राज्य का यह पहला दौरा है। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री 29 मई से 1 जून तक राज्य में रहेंगे। वह आज शाम इंफाल पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि शाह स्थिति का आकलन करने और सामान्य स्थिति बहाल करने के वास्ते आगे की कार्रवाई को लेकर योजना बनाने के लिए सुरक्षा बैठकें करेंगे। उनके नागरिक समाज के प्रतिनिधियों और मेइती व कुकी समुदायों के विभिन्न समूहों से भी मिलने की उम्मीद है।