मणिपुर विधानसभा चुनाव: आखिरी चरण का हुआ मतदान, उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद
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मणिपुर विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण में 22 सीटों पर शनिवार शाम पांच बजे तक 76.62 प्रतिशत मतदान हुआ. हालांकि, चुनाव से पहले और बाद में कुछ स्थानों पर हिंसा की घटनाएं भी सामने आईं. कड़ी सुरक्षा और कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के सख्त पालन के बीच राज्य के छह जिलों के 1247 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ. इस चरण में कुल 8.38 लाख मतदाता हैं.
मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल ने कहा कि मणिपुर विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण भी ज्यादातर शांतिपूर्ण रहा. शाम 5 बजे तक 76.62% मतदान हुआ. हमें लगभग 85% मतदान होने की उम्मीद है. सेनापति जिले में दोपहर तीन बजे तक सबसे अधिक 74.02 प्रतिशत मतदान हुआ. इसके बाद चंदेल में 70.30 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला.
पुलिस ने बताया कि सेनापति जिले के करोंग विधानसभा क्षेत्र के नगामजू मतदान केंद्र पर तैनात सुरक्षा बलों ने कथित तौर पर दो लोगों पर गोलियां चलाईं, जिससे कुछ स्थानों पर हिंसा के कारण मतदान प्रभावित हुआ. बीजेपी उम्मीदवार के चुनाव एजेंट ने मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी के पास दर्ज शिकायत दर्ज कराकर घटना की मजिस्ट्रेट जांच की मांग की.
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि नगामजू मतदान केंद्र पर मतदान रोक दिया गया. पुलिस ने कहा कि दूसरे चरण का मतदान शुरू होने से कुछ घंटे पहले मणिपुर के कुछ स्थानों पर हिंसा भी भड़क उठी, क्योंकि कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने कथित तौर पर बीजेपी समर्थक को गोली मार दी, जबकि बीजेपी के एक निष्कासित नेता के आवास के बाहर देसी बम फटने की घटना भी सामने आई.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 25 वर्षीय एल. अमुबा सिंह ने शनिवार तड़के गोली लगने के बाद एक अस्पताल में दम तोड़ दिया. पुलिस ने कहा कि इंफाल पश्चिम जिले के लाम्फेल इलाके में शुक्रवार रात अज्ञात बदमाशों ने बीजेपी से निष्कासित नेता सीएच बिजॉय के आवास पर एक देसी बम फेंका. उन्होंने बताया कि दोपहिया वाहन पर आए दो नकाबपोश व्यक्तियों द्वारा किए गए विस्फोट में कोई घायल नहीं हुआ.
शुरुआती मतदाताओं में कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओ. इबोबी सिंह ने थौबल जिले में अपना वोट डाला. मतदान करने के बाद इबोबी सिंह ने कहा, "कांग्रेस निश्चित रूप से पूर्ण बहुमत के साथ जीत हासिल करेगी, लेकिन अगर हमें बहुमत के लिए आवश्यक सीटों से एक या दो सीटें कम मिलती हैं, तो पार्टी गठबंधन के लिए तैयार है."
अंतिम चरण में 22 सीटों पर कुल 92 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें भारतीय जनता पार्टी के 12, कांग्रेस के 18, नेशनल पीपुल्स पार्टी के 11, जनता दल यूनाइटेड और नगा पीपुल्स फ्रंट के दस-दस उम्मीदवार शामिल हैं.