फर्जी IAS बनकर अधिकारियों को धमकाने वाला गिरफ्तार
जानिए क्या है पूरा मामला
मीरजापुर। शहर कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को नगर से एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त आईएएस और आईपीएस बनकर अधिकारियों को फोन कर गलत कार्य करने के लिए दबाव बनाने एव धमकी देता था। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि बाराबंकी जिले के आवास विकास में रहने वाला आलोक तिवारी अपने को कभी सचिव तो कभी सीबीसीआईडी लखनऊ का अधिकारी बताता था। वह राजस्व व पुलिस अधिकारियों को फोन करता था। उन पर मुकदमे में वांछित आरोपितों का नाम निकालने, किसी को गिरफ्तार करने का दबाव बनाता था। इसके साथ ही राजस्व अधिकारियों को फोन कर भूमि पर कब्जा दिलाने, खतौनी में किसी का नाम चढ़वाने का दबाव बनाता था। नहीं करने पर उनका स्थानांतरण कराने की धमकी देता था।
मीरजापुर के भी कुछ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को फोन कर विभिन्न तरीके गलत कार्य कराने का दबाव बनाता रहा। मामले की शिकायत मिलने पर सीओ नगर परमानंद कुशवाहा के नेतृत्व में एसओजी प्रभारी माधव सिंह, शहर कोतवाल अरविंद मिश्रा व सर्विलांस प्रभारी राजेश चौबे की तीन टीमें गठित की। टीम ने छानबीन की तो बाराबंकी निवासी आलोक तिवारी का नाम प्रकाश में आया। टीम ने छानबीन के आधार पर उसे नगर से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास बरामद किए गए मोबाइल के डिटेल को खंगाला जा रहा है। पता किया जा रहा है कि उसने किन-किन लोगों को फोन कर इस तरह का दबाव बनाया था। प्रयागराज, मीरजापुर, काैशांबी, भदोही आदि जनपद के अधिकारियों को फोन कर गलत कार्य करने का दबाव बनाता रहा है। इसके कार्यशैली पर अधिकारियों को शक होता था। शिकायत करने पर इसकी छानबीन चल रही थी। अब काल डिटेल से ही पता चलेगा कि वह मीरजापुर के अधिकारियों को क्यों निशाना बनाता था और उसका मीरजापुर के अन्य लोगों से क्या कनेक्शन है।