नींद की बीमारी में पत्नी के साथ सेक्स करता है शख्स, महिला ने सुनाई आपबीती

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Update: 2022-01-05 14:39 GMT

सेक्सोमेनिया से पीड़ित एक शख्स की पत्नी ने अपनी परेशानी को दुनिया के सामने रखा है. महिला ने एक पैरेंटिंग फॉरम को बताया है कि कैसे उसका पति दुर्लभ स्लीप डिसॉर्डर के चलते नींद में अजीब हरकतें करता है और जबरन सेक्स करने की कोशिश करता है. महिला लगभग 10 साल से अपने पति के साथ रह रही है.

महिला ने कहा, 'नींद में पति की ऐसी हरकतें मुझे परेशान कर देती हैं. हालांकि, वो ऐसा हर रात नहीं करता है. जब मेरी आंख खुलती है तो उसके हाथ मेरी बॉडी पर होते हैं. आंख खुलते ही मैं उसे जोर से धक्का देती हूं जिससे उसकी नींद टूट जाती है और सब कुछ रुक जाता है.'
सेक्सोमेनिया एक ऐसा स्लीपिंग डिसॉर्डर या पैरासोमनिया का रूप है जो किसी व्यक्ति को नींद में शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करता है.
स्लीपिंग डिसॉर्डर के शिकार पति की हरकतें बताते हुए महिला ने कहा कि नींद से जागने के बाद कई बार मैं खुद को आपत्तिजनक स्थिति में पाती हूं. इसका मुझ पर बुरा असर पड़ता है, क्योंकि मैं अपने पार्टनर को 10 साल से जानती हूं और उस पर भरोसा करती हूं. लेकिन ये सब होने के बाद मैं खुद को इस्तेमाल किया हुआ और असुरक्षित महसूस करती हूं. अपने इस दुख को शब्दों में बयां कर पाना मेरे लिए बहुत कठिन है.
महिला ने कहा, 'मैं उसे इन हरकतों के वक्त एक या दो बार जगा चुकी हूं. उसके नजदीक आने की हल्की सी आहट से मेरी आंखें खुल जाती हैं.' महिला की आपबीती सुनने के बाद पैरेंटिंग फॉरम के यूजर उसे अलग-अलग तरह की सलाह दे रहे हैं.
एक यूजर ने महिला को रात में कमरा छोड़ने और मदद लेने की राय दी है. यूजर ने महिला से कहा कि इस वक्त उसे खुद को बचाने की जरूरत है.
एक यूजर ने लिखा, 'क्या उसके पति को ये सब याद रहता है? मेरे पति को सेक्सोमेनिया के दौरे पड़ते थे. लेकिन उसे ये कभी याद नहीं रहा. जब हमने इसके बारे में पता किया तो यह मेरे लिए बहुत भयानक था. इसमें मुझे दुष्कर्म जैसा महसूस हुआ.' इस पर प्रतिक्रिया देते हुए महिला ने लिखा, 'नहीं उसे कुछ भी याद नहीं रहता है. यह दुर्व्यवहार उस वक्त ज्यादा होता है जब वो नींद में बार-बार कोशिश करता है और मैं इसे अस्वीकार करती हूं.'
एक यूजर ने पति पर दोष मढ़ने को गलत ठहराया है. यूजर ने लिखा, 'मुझे लगता है कि किसी ऐसी गलती के लिए माफी की उम्मीद करना ठीक नहीं है, जिसके बारे में सामने वाले को कुछ याद ही ना हो और ना ही उसका उस पर कोई नियंत्रण हो. आपको इसके बारे में बिल्कुल बात करनी चाहिए और इसे बढ़ावा देने वाले कारकों को पहचानना चाहिए.'
एक अन्य यूजर ने लिखा, 'वो सो रहा है या नहीं, लेकिन सच यही है कि तुम्हारे साथ यौन दुर्व्यवहार हो रहा है. तुम इसे सिर्फ इसलिए स्वीकार नहीं कर रही हो, क्योंकि तुम्हें ये सिर्फ एक मेडिकल कंडीशन लग रही है. उस शख्स के साथ तुम्हें तब तक बिस्तर पर नहीं होना चाहिए जब तक उसकी बीमारी सामने ना आ जाए और उसका इलाज ना हो जाए. अगर ये वाकई में कोई बीमारी है तो इसमें उस इंसान का कोई दोष नहीं है, लेकिन ये उसकी जिम्मेदारी बनती है कि वो इसे लेकर कुछ करे, ना कि तुम इसे बर्दाश्त करती रहो.'
एक और यूजर ने असहमति जताते हुए लिखा, 'बड़ी हैरानी की बात है कि अपनी स्लीपिंग हैबिट्स को लेकर शख्स इतना बेफिक्र है. शुरुआत में मुझे लगा कि अगर वो बेहोश है तो इसमें उसकी कोई गलती नहीं है. लेकिन वो जानता है कि ये समस्या सालों से उसके साथ है तो उसने इसे रोकने के लिए कदम क्यों नहीं उठाया.

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