दिल्ली। कांग्रेस (Congress) नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने रविवार को भविष्य निधि ब्याज दर (Provident Fund Interest Rate) में संशोधन को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह 40 सालों के इतिहास में सबसे कम है. खड़गे उन कई विपक्षी नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने नई ब्याज दर को लेकर सरकार की आलोचना की है. राज्य सभा में विपक्ष के नेता ने ट्वीट कर कहा, 'EPFO ने ब्याज दरों को घटाकर 8.1% कर दिया है, जो कि 40 सालों में सबसे कम है.
उन्होंने कहा, 'बचत हो या एफडी दर, गरीब और मध्यम वर्ग के सुरक्षित बैंकिंग साधन उच्च मुद्रास्फीति के समय बहुत कम रिटर्न दे रहे हैं.' कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भविष्य निधि (EPF) जमा पर ब्याज दर घटाकर 8.1 फीसदी करने शनिवार को फैसला किया. यह बीते चार दशक से भी अधिक समय में सबसे कम ब्याज दर है. 2020-21 में यह दर 8.5 फीसदी थी. इससे पहले ईपीएफ पर ब्याज दर सबसे कम 8 फीसदी 1977-78 में थी. ईपीएफओ के देश में करीब पांच करोड़ सदस्य हैं.
इस घोषणा के तुरंत बाद केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) ने गुवाहाटी में कहा कि इस संशोधन की घोषणा करते हुए अच्छा लग रहा है. इस कदम की आलोचना करने वालों में कांग्रेस के रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, 'देश के 84 फीसदी लोगों की आय घटी है. क्या चुनावी जीत के आधार पर करोड़ों कर्मचारियों की बचत पर हमला करना सही है? ईपीएफओ ने पीएफ जमा पर ब्याज दर को 10 साल में सबसे निचले स्तर पर पहुंचा दिया है. क्या यह बीजेपी की जीत का 'रिटर्न गिफ्ट' है?'