राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए गए मल्लिकार्जुन खड़गे, वेंकैया नायडू ने किया नियुक्त

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को सभापति एम वेंकैया नायडू ने राज्यसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया है.

Update: 2021-02-16 16:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को सभापति एम वेंकैया नायडू ने राज्यसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया है. दरअसल गुलाम नबी आजाद के सेवानिवृत्त होने के बाद यह पद खाली हो गया था. राज्यसभा ने अपने बुलेटिन में कहा, "सभापति ने 16 फरवरी 2020 से मल्लिकार्जुन खड़गे को राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता के तौर पर मान्यता दी है."

खड़गे ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का स्थान लिया है. राज्यसभा सदस्य आजाद का कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म हुआ है. कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर खड़गे को उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने का अनुरोध किया था.
राज्यसभा 29 जनवरी से शुरू हुआ बजट सत्र का पहला चरण शुक्रवार को पूरा हो गया. उच्च सदन में बजट पर चर्चा पूरी होने के बाद बैठक स्थगित कर दी गई थी. पूर्व निर्धारित कार्यकम के तहत बजट सत्र का दूसरा चरण आठ मार्च को शुरू होगा और आठ अप्रैल तक चलेगा.


कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले दलित नेता खड़गे 2014 से 2019 के बीच लोकसभा में कांग्रेस के नेता रह चुके हैं. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें गुलबर्गा संसदीय सीट पर हार का सामना करना पड़ा था. 77 वर्षीय खड़गे पिछले साल राज्यसभा के लिए पहली बार निर्वाचित हुए थे. वह उच्च सदन में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करते हैं.


सूत्रों ने कहा कि दलित होने और कर्नाटक जैसे राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य से आने के कारण, खड़गे पार्टी में इस पद के लिए शीर्ष पसंद थे. वह एक हिंदी भाषी नेता भी हैं, जो कांग्रेस को हिंदी के क्षेत्र में सहज बनाएगा. वह पार्टी नेतृत्व के करीबी हैं और राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ अच्छे समीकरण साझा करते हैं.


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