यूपी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से ठीक पहले राजनीति के तमाम तरह के रंग देखने को मिल रहे हैं. जिनमें एक रंग जातीय राजनीति का भी है. बीजेपी से समाजवादी पार्टी में शामिल हुए तमाम नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार ने दलितों और पिछड़ों के साथ धोखा किया है. इसी बीच अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने कवि रामधारी सिंह दिनकर की कुछ लाइनें ट्वीट कर विपक्ष पर निशाना साधा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल पर दिनकर की लाइनें ट्वीट करते हुए लिखा - "पाते हैं सम्मान तपोबल से भूतल पर शूर, 'जाति-जाति' का शोर मचाते केवल कायर क्रूर." यूपी में चुनावों से ठीक पहले जातीय समीकरणों को लेकर सियासत खूब गरमा रही है. योगी कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने सबसे पहले समाजवादी पार्टी में आते ही बीजेपी को दलितों और पिछड़ों के खिलाफ बताया. मौर्य ने कहा कि, बीजेपी सरकार ने दलितों और पिछड़े वर्ग के लिए काम नहीं किया, इसीलिए वो अखिलेश यादव के साथ जुड़े हैं. उनके अलावा दारा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी ने भी पार्टी पर यही आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा दिया था.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में ओबीसी या फिर दलित वोटर्स हर पार्टी के लिए काफी जरूरी हैं. इन्हीं वोटों के दम पर बीजेपी प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई थी. क्योंकि ओबीसी वोट 40 फीसदी से भी ज्यादा है. इसीलिए बीजेपी को अब अपने इस वोट बैंक में सेंध लगती हुई नजर आ रही है. इस तमाम घटनाक्रम के बाद योगी आदित्यनाथ खुद दलितों के घर हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं. साथ ही पार्टी का पूरा तंत्र ये साबित करने में जुट गया है कि सरकार दलित विरोधी नहीं है.