नई दिल्ली (आईएएनएस)| आने वाले साल में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी कुछ फैसले लेने जा रही है। कहा जा रहा है कि जिन राज्यों में बीजेपी सरकार बनाने में नाकाम रही, वहां महासचिवों का बड़ा फेरबदल होगा। सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही करीब आधा दर्जन राज्यों के महासचिवों की जिम्मेदारी बदली जाएगी। उन्हें हटाने और जिम्मेदारी बदलने को लेकर आरएसएस पदाधिकारियों और भाजपा के बीच समझौता हो गया है। राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली समेत कई राज्यों के महासचिवों में फेरबदल हो सकता है। कहा जा रहा है कि पंजाब और हरियाणा के पार्टी पदाधिकारी भी अपना राज्य बदल सकते हैं।
राजस्थान के महासचिव चंद्रशेखर को हटाकर राज्य की जिम्मेदारी किसी और नेता को सौंपी जा सकती है। कहा जा रहा है कि चंद्रशेखर प्रदेश में पार्टी नेताओं को साथ लेने में नाकाम रहे हैं और कई मोचरें पर उनके खिलाफ पार्टी नेताओं की नाराजगी भी देखी गई है।
दिल्ली के महासचिव सिद्धार्थन को भी उनके पद से हटाया जा सकता है और राजधानी की जिम्मेदारी किसी और नेता को दी जा सकती है। अभी यह तय नहीं है कि कौन से नेता दिल्ली के लिए फिट हैं। कहा जा रहा है कि एमसीडी चुनाव में हार के बाद बीजेपी को ये कड़े फैसले लेने पर मजबूर होना पड़ा है।
हिमाचल प्रदेश के महासचिव पवन राणा की भी छुट्टी हो सकती है।
पंजाब के महासचिव श्रीनिवासुलु की जिम्मेदारी भी बदली जा सकती है। एम. श्रीनिवासुलु को पिछले जुलाई में तेलंगाना से हटाए जाने के बाद पंजाब में जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन भाषाई और क्षेत्रीय व्यवहार में दिक्कतों के चलते फिर से बदलाव हो सकता है।
हरियाणा के संगठन मंत्री रवींद्र राजू की कार्यशैली और भाषा संबंधी दिक्कतों को लेकर राज्य में बदलाव की संभावना है।
असम के महासचिव फदींद्र नाथ शर्मा की भूमिका में भी बदलाव की संभावना है।