मेजर जबरसिंह राजपुरोहित की 19वी पुण्यतिथि मनाई

Update: 2023-05-22 16:01 GMT
जालोर। मोदरान कस्बे में सैनिक कृषि फार्म पर मेजर जबरसिंह जयसिंहजी राजपुरोहित की 19वीं पुण्यतिथि हर्षोल्लास के साथ मनाकर पुण्यतिथि पर उनके स्मारक पर श्रद्धा सुमन के साथ पुष्पांजलि अर्पित की गई और इस अवसर पर मेजर जबरसिंह के छोटे भाई भवानीसिंह राजपुरोहित ने उनकी की जीवनी के बारे बताया गया। इस अवसर पर पर राजस्थान पिछडा क्षैत्र विकास संघर्ष समिती के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीरसिंह राजपुरोहित ने मेजर जबरसिंह राजपुरोहित की प्रतिमा पर माला व पुष्पांजलि अर्पित कर बताया हर गांव व घर से एक एक युवा को सेना मे भर्ती होकर देश की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए। भवानी सिंह राजपुरोहित ने मेजर राजपुरोहित पर एक कविता बोलते हुए कहा कि राजपुरोहित रीत भली परहित पर उपकार, करुणा सागर जीव दयालु कुदरत पालणहार, अजर अमर जबर सिंह अठै माँ जतन रो लाल, जगमग जमकै मोधरान, मानखा रा रखवाला आशापुरी मन हरस्या जबरसिंह सांचो वीर, प्राण बचावन मानखा रा सुप्यों सकल शरीर मरुधरा रो वरदान सुरज रै सागे पलके जबरसिंह रो बलिदान श्रीमद भगवत गीता के श्लोक ” कर्मण्ये वाधिकारस्ते मां फलेषु कदाचन ” के अनुसार कोई भी व्यक्ति हो, वह अपने निष्काम भाव से किए गये अच्छे कर्मों से ही महान बनता है। इतिहास में उसका नाम अमर हो जाता है।
ऐसा ही एक व्यक्ति हैं जिन्होंने जालोर जिले के मोदरान गांव में सैनिक अधिकारी जयसिंहजी राजपुरोहित के घर में जन्म लेकर अल्प अवस्था में ही देश व राष्ट्र के लिए कई महान कार्य किए परमार्थ का इतना महान सत्कर्म किया कि जब तक सूरज चांद रहेगा इतिहास में उनका नाम रहेगा वह महान व्यक्ति कर्म योगी वीर श्री मेजर जबरसिंह राजपुरोहित अंतरराष्ट्रीय हिमालयन पर्वतारोहण पर तीन बार चढाई कर सर्वश्रेष्ठ विजेता रहे थे। उन्होंने कुम्भ मेले के दौरान 2अप्रैल 2004 को उज्जैन जंक्शन मध्य एक रेल के डिब्बे से आग लगने पर अपनी जान जोखिम में डालकर 21 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला मगर उस समय मेजर जबरसिंह राजपुरोहित का शरीर 50% जल चुका था। मगर उन्हे बचाने की काफी कोशिशों के बावजूद 21 मई 2004 को उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए वह सदा के लिए अमर शहीद हो गये। मेजर जबरसिंह राजस्थान के जालोर जिले के मोदरान गांव से तीन बार अंतरराष्ट्रीय स्तर सर्वश्रेष्ठ हिमालय पर्वतारोही दल के विजेता भी रहे थे। आज पुण्यतिथी के मौके मेजर राजपुरोहित जबरसिंहजी की 19 वी पुण्यतिथि मनाई गई मौके पर उनके परिवारजन सहित कई जन मौजूद थे।
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