मनरेगा कार्य के दौरान बड़ा हादसा, जमीन धंसने से दो मजदूर की मौत
मची चीखपुकार
झारखंड। रामगढ जिले के दुलमी प्रखंड में मनरेगा कूप के निर्माण के दौरान जमीन धंसने से दो मजदूर की मौत हो गई है. जबकि दो मजदूर घायल हो गये. घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल रामगढ भेजा गया. घटना सोमवार शाम की है. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भेजा. जानकारी के मुताबिक दुलमी निवासी खरोधर महतो अपने मनरेगा कूप में पटाई का काम कर रहे थे. इसी क्रम में कुआं धसने से जमसिंग निवासी बरतु महतो व दुलमी निवासी धनेश्वर मुंडा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि जामसिंग निवासी नरेश महतो और जामुआबेड़ा निवासी सुनील बेदिया को चोटें आईं. दोनों मजदूरों को इलाज के सदर अस्पताल रामगढ़ में भर्ती कराया गया. घटना की जानकारी पर दुलमी बीडीओ विजयनाथ मिश्रा तत्काल वहां पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया.
खरोधर महतो के नाम से मनरेगा कूप स्वीकृत हुआ है. बताया जाता है कि सोमवार को इस कूप में 9 मजदूरों द्वारा कुआं पटाई का काम किया जा रहा था. जिसके लिए चार मजदूर कुआं में नीचे जबकि पांच ऊपर काम कर रहे थे. पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है. लिहाजा गिली मिट्टी होने के कारण अचानक कुआं का धंस गया. इससे कुआं में नीचे काम कर रहे चार मजदूर मिट्टी में दब गए. ग्रमीणों की मदद से तत्काल दो मजदूर को निकाला गया, जबकि दो मजदूर मिट्टी में दबकर दम तोड़ दिया. ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद दोनों मजदूरों के शव को बाहर निकाला.
दुलमी बीडीओ विजयनाथ मिश्रा ने मृतकों के परिजनों को एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. रजरप्पा पुलिस ने दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बीडीओ ने बताया कि दोनों मृतक मनरेगा मजदूर थे. 15 दिन पूर्व ही बारिश को देखते हुए मनरेगा कार्य बंद करने का निर्देश दिया गया था. लेकिन निर्देश का पालन नहीं किया गया, जिसके कारण यह घटना हुई.