शराब कांड की मुख्य अभियुक्त सुनीता मैडम को दबोच, पांच अन्य आरोपी भी गिरफ्तार
आखिरकार नालंदा पुलिस ने आठ दिन बाद शराब कांड की मुख्य अभियुक्त सुनीता मैडम को दबोच लिया
आखिरकार नालंदा पुलिस ने आठ दिन बाद शराब कांड की मुख्य अभियुक्त सुनीता मैडम को दबोच लिया। संटू भी पकड़ा गया है। इनके अलावा पांच अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार किया गया है। दो अप्राथमिकी अभियुक्त भी पुलिस की पकड़ में आये हैं। इस मामले में अबतक 13 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि, शराब निर्माता कारू के दोनों बहनोई अब भी पुलिस पकड़ से दूर हैं। दर्जनों स्थानों पर सघन छापेमारी के इनलोगों को दबोचा जा सका है। बता दें कि जहरीली शराब से छोटे पहाड़ी मोहल्ले में 12 लोगों की मौत हो गई थी।
रविवार को एसपी अशोक मिश्रा ने सोहसराय थाने में बताया कि एसआईटी ने जिले के अलावा पटना व झारखंड के कई स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान अलग-अलग स्थानों से अभियुक्त पकड़े गये। इस कारोबार से जुड़े कुछ अन्य धंधेबाजों की भी पहचान की गयी है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
कौन-कौन हुए गिरफ्तार
पहड़तल्ली मोहल्ला निवासी सुनीता देवी उर्फ लमकी उर्फ मैडम उर्फ सुनीता मैडम , उसका पुत्र सूरज कुमार, छोटी पहाड़ी मोहल्ला निवासी मीना देवी उर्फ बुढ़िया, संटू कुमार उर्फ संटू राम, मंसूरनगर मोहल्ला निवासी डिम्पल कुमार व संतोष चौधरी और लहेरी थाना क्षेत्र के बड़ी पहाड़ी-मंगाकुआं मोहल्ला निवासी सौरभ कुमार को पुलिस ने दबोचा है।
सौरभ ने की थी केमिकल की सप्लाई
एसपी ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ के क्रम में कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। मृतकों ने गिरफ्तार अभियुक्तों से शराब खरीदी थी। शराब में मिलाने वाला केमिकल सौरभ लेकर आया था। केमिकल की खाली बोतल मिली है। उसे जांच के लिए भेजा गया है। छापेमारी में सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी, इंस्पेक्टर गुलाम सरवर, बिहार थानाध्यक्ष संतोष कुमार, लहेरी थानाध्यक्ष सुबोध कुमार, सोहसराय थाना के नंदन कुमार सिंह, सुधीर कुमार व डीआईयू के प्रभारी चंदन कुमार समेत अन्य शामिल थे।
सुनीता की गिरफ्तारी के बाद अब क्या
सुनीता को गिरफ्तार कर पुलिस ने चैन की सांस ली है। सबसे ज्यादा चर्चा उसी की हो रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब क्या करेगी। अभी भी हत्या के दो नामजद आरोपित संजय पासवान उर्फ भोमवा और सुरेन्द्र पासवान फरार हैं। ये दोनों भी मुख्य आरोपितों में शामिल हैं। हालांकि, इन सबकी चर्चा के बीच कई धंधेबाजों के नाम दब गये हैं। इसका सूत्रधार कौन है। झारखंड से पटना के रास्ते स्पिरिट की सप्लाई में किसका हाथ है। पुलिस ईमानदारी से जांच करे तो कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।