मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब इस बात को लेकर चर्चा अपने चरम पर पहुंच चुकी है कि मुख्यमंत्री पद की कमान किसे सौंपी जाएगी? इस पद को लेकर मौजूदा समय में दो नाम काफी सुर्खियों में हैं। भाजपा की ओर से जहां देवेंद्र फडणवीस के नाम की पैरोकारी की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे की शिवसेना की तरफ से एकनाथ शिंदे का नाम काफी चर्चा में है।
सोमवार को अजीत पवार गुट के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि इस पर हम सभी सहयोगी दलों के साथ मिलकर विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे, तभी जाकर किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा। उससे पहले इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श करने का कोई मतलब नहीं रह जाता है। अभी चुनाव संपन्न हुआ है। हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच खुशी और उमंग का माहौल है। अब आगे क्या कुछ कदम उठाए जाने हैं। इस पर हम लोग विस्तारपूर्वक चर्चा करने के लिए बैठक करेंगे। तभी हम किसी नतीजे पर पहुंच सकेंगे।
उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे बीच किसी भी प्रकार का मतभेद पैदा नहीं होगा। अगर किसी को लगता है कि सीएम पद को लेकर हमारे बीच मतभेद देखने को मिलेगा, तो मैं आज ही स्पष्ट कर देता हूं कि यह उसकी गलतफहमी है। हम सभी एक साथ मिलकर काम करेंगे। हमारे बीच किसी भी प्रकार का मतभेद पैदा नहीं होगा। आज की तारीख में अगर हम इस विधानसभा चुनाव में ऐसी शानदार जीत हासिल करने में सफल हुए हैं, तो निश्चित तौर पर यह इस बात का प्रमाण है कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। अगर हमारे बीच कोई मतभेद होता, तो शायद हम इस तरह की सफलता कभी अर्जित ही नहीं कर पाते। हमारी सफलता ही हमारी एकजुटता का प्रतीक है। यह बात हमारे विरोधियों को समझनी होगी।
उन्होंने कहा कि हम लोग एक साथ मिलकर चुनाव लड़े और तभी जाकर हम विरोधियों के चारों खाने चित कर पाए हैं। अब हम सीएम पद को लेकर भी एक साथ चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि हमने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की है और यह सब कुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की करिश्माई नेतृत्व की वजह से मुमकिन हो पाया है। लिहाजा, यह बात मैं पूरे आश्वासन के साथ कह सकता हूं कि आगामी दिनों में हमारे सहयोगी दलों के बीच ना पावर शेयरिंग को लेकर किसी भी प्रकार का विवाद देखने को मिलेगा और ना ही सीएम पद को लेकर।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की 288 विधानसभा सीटों में महायुति गठबंधन ने जहां 230 सीटों पर जीत का परचम लहराया है। वहीं, दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी ने 40 सीटों पर जीत दर्ज की है।