राजस्थान। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में भारी बारिश हो रही है। इसके चलते चंबल, कालीसिंध और आहू नदियां भारी उफान पर हैं। इस कारण सितंबर माह में चंबल नदी के पहले बांध गांधी सागर के पांच स्लूज गेट खोलकर 95000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गांधी सागर बांध में लगातार 4.50 लाख क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। गांधी सागर बांध से छोड़े गए पानी को राजस्थान में चंबल नदी पर स्थित डैम राणा प्रताप सागर बांध में रोका जा रहा है। राणा प्रताप सागर बांध का लेवल 1144 फीट है। बांध को 1154 फीट तक भरा जाएगा। इधर, मध्यप्रदेश से राजस्थान आ रही कालीसिंध और आहू नदी में भी उफान आया हुआ है। यही वजह है कि राजस्थान के झालावाड़ में स्थित कालीसिंध डैम के पांच गेट खोलकर 31 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है। कालीसिंध डैम से पानी छोड़ने से झालावाड़ जिले के गागरोन गांव के यहां कालीसिंध और आहू नदियों में तेज उफान है। इस वजह से आधा दर्जन गांवों का संपर्क कटा हुआ है।
कोटा जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एडी अंसारी ने कहा कि गांधी सागर बांध से छोड़े गए पानी को राणा प्रताप सागर में रोका जा रहा है। राणा प्रताप सागर बांध की भराव क्षमता 1157 फिट है। लेकिन सुबह डैम का लेवल दर्जन गांवों का संपर्क कटा फिट था। ऐसे में करीब 1154 फीट तक पानी को भरा जाएगा। उसके बाद ही यहां से पानी की निकासी संभव हो पाएगी। कोटा बैराज का इधर एक गेट खोलकर सुबह से पानी की निकासी जारी है। गांधी सागर बांध में लगातार तेज पानी की आवक होने और वहां से स्लूज गेट खोलकर पानी की निकासी करने के बाद राजस्थान जल संसाधन विभाग हाई अलर्ट मोड पर नजर आया। चंबल नदी के बहाव क्षेत्र के जिलों में अलर्ट जारी किया गया।