मध्यप्रदेश: इंदौर में देवास की महिला की अनोखी सर्जरी, डॉक्टरों ने पेट से निकला....
महिला डॉक्टर्स ने एक महिला की सर्जरी कर उसकी ओवरी (अंडाशय) से 17 किलो वजन की गठान निकाली. गठान इतनी बड़ी थी कि नवजातों का वजन नापने वाली मशीन भी काम नहीं आई.
जनता से रिश्ता वेब डेस्क। इंदौर. MY हॉस्पिटल में गुरुवार को एक जोखिमभरी और अनोखी सर्जरी की गई. यहां की महिला डॉक्टर्स ने एक महिला की सर्जरी कर उसकी ओवरी (अंडाशय) से 17 किलो वजन की गठान निकाली. गठान इतनी बड़ी थी कि नवजातों का वजन नापने वाली मशीन भी काम नहीं आई. इसके लिए अलग से बड़ी मशीन मंगानी पड़ी. MYH में इस तरह की सर्जरी पहली बार हुई है.
MYH के गायनोकॉलोजी डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स ने बताया कि देवास की रहने वाली 45 साल की महिला बीते दो महीनों से परेशान थी. उसे समझ नहीं आ रहा था कि उसका पेट लगातार क्यों फूलता जा रहा है. इस डायबिटिक महिला की जब एमआरआई करवाई गई तो पता चला कि उसकी ओवरी (अंडाशय) में गठान है. डॉक्टर्स के मुताबिक, महिला की लेप्रोटॉमी की गई, जिसमें 17 किलोग्राम की गठान निकाली गई.
एक महीने भर्ती रही महिला: गायनोकॉलोजी डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स के मुताबिक, उन्होंने मरीज को एक महीने तक अस्पताल में भर्ती रखा. ताकि, उनका शुगर लेवल कंट्रोल किया जा सके. महिला के फिट होने के बाद गुरुवार को उनकी सफल सर्जरी की गई. इस गठान की वजह से महिला का पेट काफी बड़ा दिखता था. उन्हें सांस लेने, उठने-बैठने में भी परेशानी होती थी.
पहली बार हुआ ऐसा: डॉक्टर्स ने बताया कि MYH में पहली बार इस तरह के केस में 17 किलो की गठान अंडाशय से निकाली गई है. उनके मुताबिक यह गठान इतनी बड़ी थी कि उसका वजन नापने के लिए नवजात शिशुओं का वजन नापने वाली मशीन भी काम नहीं आ सकी. इसके लिए अलग से बड़ी मशीन का उपयोग किया गया. महिला को शुगर की समस्या भी थी. गठान को एकदम से बाहर निकालते तो ब्लड प्रेशर कम होने से मरीज के शॉक में जाने की आशंका थी. डॉक्टरों के लिए ऑपरेशन करना चुनौतीपूर्ण था.
यह जटिल ऑपरेशन डॉ.सुमित्रा यादव की लीडरशिप में किया गया. उनकी यूनिट में डॉ. विभा मोसेज, डॉ. सुरभि पोरवाल, डॉ. सपना चौरसिया, डॉ. श्रद्धा पालीवाल, डॉ. दीपमाला चौहान, डॉ. प्रशस्ति मेहता व अन्य डॉक्टरों की टीम शामिल थी.