मध्य प्रदेश: भारी बारिश और बाढ़ से 7 जिलों में कुल 200 गांव घिरे, 1600 लोगों को निकाले सुरक्षित

भोपाल। भारी बारिश और बाढ़ से मध्य प्रदेश के शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, भिंड, गुना और रीवा में लगभग 1171 गांव प्रभावित हुए हैं। कुल 200 गांव घिरे हुए हैं। बचाव दल मंगलवार रात तक लगभग 1600 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा चुके हैं।

Update: 2021-08-03 18:16 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-  भोपाल। भारी बारिश और बाढ़ से मध्य प्रदेश के शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, भिंड, गुना और रीवा में लगभग 1171 गांव प्रभावित हुए हैं। कुल 200 गांव घिरे हुए हैं। बचाव दल मंगलवार रात तक लगभग 1600 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा चुके हैं। सेना बुला ली गई है। मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी हालात की जानकारी दी है। भिंड-मुरैना जिलों में चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने से कई गांव डूब गए हैं। मुरैना में चंबल खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है। शिवपुरी में दो हजार से ज्यादा लोग अब भी बाढ़ में फंसे हुए हैं। वायु सेना के हेलीकॉप्टर भी दिनभर दृश्यता कम होने और लगातार बारिश होने से बचाव करने में सफल नहीं हो सके।

करैरा के एरावन गांव में पानी से बचने के लिए 14 लोग एक टॉवर पर चढ़़े हुए थे। इनमें से दो को बचा लिया गया, लेकिन टॉवर ढहने से शेष 12 लोग लापता हो गए। मुरैना व शिवपुरी में एक-एक बच्चे की पानी में डूबने से मौत हो गई। गुना जिले में बमोरी तहसील की भौंरा नदी के उफान में तीन गांव पानी से घिर गए। प्रधानमंत्री ने कहा- हरसंभव सहयोग करेंगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रदेश की स्थिति से अवगत कराया।
प्रधानमंत्री ने केंद्र की ओर से हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया है। रक्षा मंत्री से हुई चर्चा में मुख्यमंत्री ने एनडीआरएफ और वायुसेना को भेजने के लिए धन्यवाद दिया। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस संबंध में केंद्र सरकार के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत से चर्चा की है
ट्रैक पर पानी भरने और इलेक्टि्रक पोल टूटने के कारण सोमवार रात 7:50 बजे ग्वालियर स्टेशन से इंदौर के लिए रवाना हुई इंटरसिटी शिवपुरी के पाडरखेड़ा स्टेशन पर फंस गई। 17 घंटे तक 1475 यात्री ट्रेन में फंसे रहे। मंगलवार की सुबह ग्वालियर स्टेशन से ट्रेन को वापस लाने के लिए डीजल इंजन भेजा गया। वह भी पार्वती नदी में उफान आने पर सुबह नौ बजे मोहना स्टेशन पर रोक दिया गया। बाद में ट्रैक साफ होने के बाद ट्रेन को इंदौर की ओर रवाना कर दिया गया। इंदौर से ग्वालियर आ रही इंटरसिटी भी सोमवार-मंगलवार की रात डेढ़ बजे गुना स्टेशन पर पहुंच चुकी थी। शिवपुरी से ग्वालियर के बीच मार्ग बाधित होने से इंदौर-इंटरसिटी को वापस लौटाते हुए मक्सी, बीना, झांसी के रास्ते ग्वालियर सुबह 10 बजे लाया गया।
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में पिछले दो दिनों से भारी बारिश के कारण बाढ़ प्रभावित एक गांव से मंगलवार सुबह पांच लोगों को बचाया गया जबकि बारिश के कारण एक पेड़ पर फंसे तीन अन्य लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। अधिकारी ने बताया कि शिवपुरी जिले के बाढ़ प्रभावित कुछ गांवों से लोगों को निकालने के लिए सोमवार को रक्षा विमानों को सेवा में लगाया गया था। मंगलवार को जिले में भारी बारिश और खराब मौसम के कारण विमान से बचाव अभियान का काम बाधित रहा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बारिश प्रभावित शिवपुरी, श्योपुर, भिंड और दतिया जिलों के प्रशासन के लगातार संपर्क में है और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। राज्य प्रशासन के एक अधिकारी ने यहां बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के दल कार्रवाई में लगे हुए है और मुख्यमंत्री उनसे जारी बचाव अभियान के बारे में जानकारी ले रहे हैं। शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, स्थानीय विधायक और प्रदेश की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भी बचाव अभियान की निगरानी के लिए जिले में डेरा डाले हुए हैं। अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बचाव अभियान की निगरानी तथा ग्वालियर व चंबल संभाग में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए भोपाल में मंत्रालय में आपात बैठक बुलाई है।
शिवपुरी जिला कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि बाढ़ से प्रभावित तीन गांवों से लोगों को निकालने के लिए चार हेलीकॉप्टर शिवपुरी पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि श्योपुर जिले में भारी बारिश के बाद विजयपुर बस स्टैंड के पास स्थित बाढ़ ग्रस्त इलाके में एक इमारत में फंसे 60 लोगों को बचा लिया गया। ये लोग रविवार रात को एक शादी में शामिल होने विजयपुर गए थे लेकिन परिसर में बाढ़ का पानी घुसने से वहीं फंस गए।


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