लोकसभा चुनाव 2024, पश्चिम बंगाल ने वोटिंग प्रतिशत में मारी बाजी

Update: 2024-04-19 12:21 GMT

नई दिल्ली। आज लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का चुनाव हुआ. इस फेज में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोट डाले गए. पहले चरण में 1600 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान पर हैं. इस चरण में नौ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल की किस्मत भी दांव पर है.

बंगाल में 77.57 फीसदी तो बिहार में 46.32 % वोटिंग, जानें- शाम 5 बजे तक कहां कितना मतदान हुआ
अंडमान और निकोबार: 56.87%
अरुणाचल प्रदेश: 63.26 %
असम: 70.77 %
बिहार: 46.32 %
छत्तीसगढ़: 63.41 %
जम्मू और कश्मीर: 65.08%
लक्षदीप: 59.02 %
मध्य प्रदेश: 63.25 %
महाराष्ट्र: 54.85 %
मणिपुर: 67.46 %
मेघालय: 69.91 %
मिजोरम: 52.62 %
नागालैंड: 55.75 %
पुडुचेरी: 72.84 %
राजस्थान: 50.27 %
सिक्किम: 67.58 %
तमिलनाडु: 62.02 %
त्रिपुरा: 76.10 %
उत्तर प्रदेश: 57.54 %
उत्तराखंड: 53.56 %
पश्चिम बंगाल: 77.57 %
AIMIM अध्यक्ष और हैदराबाद सीट से उम्मीदवार असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया. इससे पहले एक रैली निकाली गई. रैली मक्का मस्जिद से मदीना क्रॉस रोड तक निकाली गई.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी का पहले दिन, पहला शो फ़्लॉप हो गया है. जनता को अब न भाजपाइयों की अदाकारी अच्छी लग रही है, न कहानी, न घिसे-पिटे डॉयलॉग्स. भाजपा की खिड़की खाली है. देश की जागरूक जनता को अपने नए भविष्य को चुनने के लिए अग्रिम बधाई और जिन समाजों ने परंपरा से हटकर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को खुलकर समर्थन और वोट दिया है, उन सभी की नई राजनीतिक चेतना को नमन.
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम कोई बड़ी पार्टी नहीं हैं, हम जम्मू-कश्मीर के हालातों को ध्यान में रखकर एक छोटा घोषणापत्र जारी कर रहे हैं. अभी सबसे बड़ी जिम्मेदारी संसद में जाकर राज्य के लोगों के दर्द की आवाज उठाना है. उन्होंने कहा कि जो भूमि संबंधी कानून राज्य सूची के तहत थे, उन्हें बदल दिया गया, जिसके कारण हमारे संसाधन बाहरी लोगों को दिए जा रहे हैं.
तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले के रेड्डीयार्चत्रम में 102 साल की बुजुर्ग महिला ने वोट डाला.
श्रीनगर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से पीडीपी कैंडिडेट महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमने अपना घोषणापत्र विकास के मुद्दों पर आधारित बनाया है, 2019 से जम्मू-कश्मीर को खुली जेल में बदल दिया गया है. हमारा मिशन संसद में जाकर लोगों के मुद्दों को उठाना है, लोगों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उन्हें उठाना है. हमारे सभी संसाधन, खनिज बाहरी लोगों को दिए जा रहे हैं.
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