बजा लोकसभा चुनाव का बिगुल: पढ़ें जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ने शायरी कर लिए मजे, VIDEO

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Update: 2024-03-16 12:17 GMT
Lok Sabha Election Dates 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. सात चरणों में आम चुनाव करवाए जाएंगे, जबकि चार जून को रिजल्ट की घोषणा होगी. पहले फेज की वोटिंग 19 अप्रैल, दूसरी फेज की वोटिंग 26 अप्रैल, सात मई को तीसरा फेज, 13 मई को चौथा फेज, 20 मई को पांचवां फेज, 25 मई को छठा फेज और एक जून को सातवें चरण की वोटिंग होगी.
19 अप्रैल को होने वाले पहले चरण में कुल 102 सीटों पर मतदान होंगे, जबकि 26 अप्रैल को 89 सीटों पर, सात मई को 94 सीट, 13 मई को 96 सीट, 20 मई को 49 सीट, 25 मई को 57 सीट और एक जून को 57 सीटों पर वोटिंग होगी.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने राजनीतिक दलों से गुजारिश करते हुए कहा कि कैंपेन के दौरन पर्सनल अटैक बचें और डेकोरम को मेनटेन रखें. इसके उन्होंने उर्दू अदब के मशहूर शायर बशीर बद्र का ये शेर सुनाया....
दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे
जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों
राजीव कुमार ने आगे कहा कि आजकल जल्दी-जल्दी दोस्त और दुश्मन बनने की प्रक्रिया थोड़ा ज्यादा चल रही है. तो पार्टियां इतना गंदा ना बोलें कि वो एक-दूसरे के दुश्मन बन जाएं और आगे कुछ ना हो.
इससे पहले CEC राजीव कुमार ने रहीम के उस दोहे का जिक्र किया था, जिसमें उन्होंने प्रेम के धागे को बचाकर रखने की बात कही है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि मुंह से जो भी निकलता है, वो डिजिटल तौर पर हमेशा के लिए रिकॉर्ड हो जाता है और बार-बार चलता रहता है. तो कृपया खराब शब्दों की गंदी डिजिटल यादें बनाने से बचें क्योंकि एक बार जब लड़ाई-झगड़ा होता है, तो प्रेम का धागा टूट जाता है. और जब यह टूट जाता है, तो बड़ी मुश्किल होती है. इसके बाद उन्होंने रहीम का दोहा सुनाया...
रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो छिटकाय,
टूटे से फिर न मिले, मिले गाँठ परिजाय.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि ऐसी गांठ हमें क्यों बांधनी है, थोड़ा प्यार और मोहब्ब्त के साथ कैंपेनिंग करें.
अपनी स्पीच के आखिरी हिस्से में सीईसी राजीव कुमार ने ईवीएम पर भी बात की. जो लोग ईवीएम में खामी निकालते हैं, उन पर कटाक्ष करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कुछ लाइनें सुनाई.
अधूरी हसरतों का इल्जाम हर बार हम पर लगाना ठीक नहीं,
वफा खुद से नहीं होती खता ईवीएम की कहते हो.
राजीव कुमार ने बताया कि ये लाइनें उन्होंने खुद से लिखी हैं.
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