गुवाहाटी: पूर्वी सिक्किम में मंगलवार की सुबह भारी भूस्खलन हुआ। इसके कारण राज्य में एक पावर स्टेशन लगभग पूरी तरह तबाह हो गया। यहां पिछले कुछ हफ्तों से लगातार छोटी-मोटी भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। इसकी वजह से 510 मेगावाट के पावर स्टेशन से सटी पहाड़ी खतरे में थी। मंगलवार की सुबह पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा खिसक गया और नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (NHPC) के तीस्ता स्टेज 5 बांध का पावर स्टेशन मलबे से ढक गया। ये घटना पूर्वी सिक्किम के सिंगताम के दीपू दारा के पास बालूतार में हुई।
पास की पहाड़ी से स्थानीय निवासियों द्वारा वीडियो में कैद किए गए भूस्खलन में बड़े-बड़े पत्थर और मलबा तेजी से पावरहाउस की ओर गिरते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिससे काफी नुकसान हुआ है। गनीमत रही कि इस घटना में कोई घायल या हताहत नहीं हुआ। लगातार भूस्खलन के कारण कुछ दिन पहले ही पावर स्टेशन को खाली करा लिया गया था। पावर स्टेशन के पास काम करने वाले लोगों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि चट्टान का एक हिस्सा खिसक रहा है और कुछ ही देर बाद इसका एक बड़ा हिस्सा पावर स्टेशन के ऊपर गिर जाता है।
निवासियों के मुताबिक, सुबह 7:00 बजे के आसपास हुआ भूस्खलन संभवतः एनएचपीसी तीस्ता स्टेज वी सुरंग के कारण हुआ है जो इस क्षेत्र के नीचे से गुजरती है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, भूस्खलन से 17-18 घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे 5-6 परिवारों को सुरक्षा के लिए एनएचपीसी क्वार्टरों में जाना पड़ा है। आवासीय क्षति के अलावा, क्षेत्र में बिजलीघर को भी काफी नुकसान हुआ है।
बता दें कि अक्टूबर 2023 में सिक्किम में बादल फटा था। इसके चलते ल्होनक ग्लेशियल झील में उफान आया और स्टेज 5 बांध निष्क्रिय हो गया। बादल फटने से भयंकर बाढ़ आई थी, जिसने सिक्किम की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना चुंगथांग में तीस्ता बांध के कुछ हिस्सों को बहा दिया था।