करोड़ों की शराब तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, अब तक 20 आरोपी गिरफ्तार
मामलें में जांच जारी
हरियाणा। हरियाणा में सीआईए नारनौल की टीम ने शराब के अवैध संगठित कारोबार में शामिल हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, यूपी व चंडीगढ़ के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी डिफेंस के नकली लेबल चिपका कर शराब बेचने का भी काम करते थे। पुलिस के अनुसार 18 दिसंबर 2022 को सीआईए नारनौल की टीम को सूचना मिली थी की एक शराब की गाड़ी 152डी नेशनल हाईवे से होते हुए अवैध रूप से चंडीगढ़ से गुजरात जा रही है। इस सूचना पर सीआईए नारनौल की टीम द्वारा गांव जाट गुवाना टोल के पास नाकाबंदी करके कंटेनर को रोका और जांच किया तो उसमे 1023 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब बरामद हुई थी। बरामद अवैध शराब में नंबर-वन प्रीमियत विस्की व ओल्ड मैटर्ड डिलक्स ट्रिपल एक्स के मार्का मिले, जिन पर कोई लेबल नहीं लगा हुआ था। गाड़ी के कागजात की जांच की तो गाड़ी के सामान की बिल्टी फर्जी बनाई हुई थी।
गाड़ी 10 वर्ष पुरानी हो चुकी थी, जिसकी एनओसी गुजरात में अहमदाबाद से बनवाई हुई थी। इस पर थाना सदर नारनौल ने मामला दर्ज कर पुलिस द्वारा जांच की गई। मामले में आज पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण द्वारा प्रेस वार्ता में अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त आरोपियों का खुलासा किया। पुलिस ने इस मामले में गाड़ी चालक देवेन्द्र उर्फ टिल्लु व उसके साथी गौरव निवासी सेका को गिरफ्तार किया था। देवेन्द्र उर्फ टिल्लु से पूछताछ के दौरान सामने आया कि वह पहले भी 4/5 बार इस कंटेनर गाड़ी से अवैध शराब को गुजरात में पहुंचा चुका है, जिसकी एवज में वह 2 लाख रुपये लेता था। इस बार उसे 1.50 लाख रुपये मिलने थे और अन्य आरोपियों की संलिप्ता के बारे में पूछताछ की गई। इस मामले की जांच में अब तक कुल 20 आरोपियों की शराब के अवैध कारोबार में संलिप्तता पाए जाने पर गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके द्वारा चंडीगढ़ बोटलिंग प्लांट से अवैध शराब कंटेनर में भरकर गुजरात, मेरठ व देहरादुन सप्लाई की जानी व मानेसर गुरुग्राम में अवैध शराब पर नकली लेबल लगाकर मेरठ, देहरादुन सप्लाई की जानी पाई गई। पुलिस द्वारा मामले में जांच जारी है।