प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने दुकान की ओर आने वाले वाहन चालकों को लट्ठ दिखाकर मौके से ही भगा दिया। वहां पुलिस भी तैनात है। महिलाओं ने विरोध में रैली भी निकाली, यह सभी तख्तियां हाथ में लेकर चल रही थी जिसमें सीएम के बयान के अनुसार ही नशाखोरी के खिलाफ आह्वान किया हुआ था।
भाजपा नेता उमा भारती काफी समय से मध्य प्रदेश में शराबबंदी की मांग कर रही हैं। इसको लेकर आंदोलन भी किया। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराब दुकान की सामने नशा मुक्ति की चौपाल लगाई। उमा भारती शराब की दुकान के सामने ही कुर्सी डालकर बैठ गईं थी और अपनी बात रखी। उमा भारती ने भोपाल के आशिमा मॉल के पास शराब दुकान के सामने चौपाल लगाई थी। राज्य के कई जिलों में वे शराबबंदी के खिलाफ जोरदार आवाज बुलंद की थी। उमा भारती ने सवाल किया कि हमारे देश में शराब पीकर वाहन चलाना अपराध है तो जो अहातों में बैठकर बड़े-बड़े झुंड में शराब पी रहे हैं वह जब बाहर निकलेंगे तब वह घर कैसे जायेंगे। ये खुद वाहन चलाकर जाएंगा या घर का कोई वाहन लेकर उनको लेने आएगा? या सरकार खुद उसके लिए वाहन की व्यवस्था करेगी। उमा भारती ने कहा कि ये क्यों जरूरी है मैं इसके लिए पंजाब का उदाहरण दूंगी, पहले शराब पीने का प्रचंड दौर चला फिर एक समय ऐसा आता है कि शराब से नशे की हवस पूरी नहीं होती तो व्यक्ति दूसरे नशे करता है। यही उड़ता पंजाब की कहानी है। हम भूलवश मध्य प्रदेश को पंजाब की तरह उड़ता मध्य प्रदेश ना बना दें.