भारतीय डाक विभाग जैसी वैन में निकली शराब, तस्करों की करतूत से लोग हैरान
शराब तस्करों ने भारतीय डाक विभाग की वैन जैसी दिखने वाली गाड़ी का इस्तेमाल किया था.
चंदौली: बिहार में शराबबंदी का आदेश लागू हुए कई साल बीत गए हैं, लेकिन शराबबंदी लागू होने के साथ ही बिहार में अन्य प्रदेशों से जो शराब तस्करी का सिलसिला शुरू हुआ, वह अभी तक नहीं थमा है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में पुलिस ने 32 लाख रुपए कीमत की ऐसी शराब पकड़ी है, जिसे हरियाणा से तस्करी कर बिहार ले जाया जा रहा था. इस मामले में पुलिस ने हरियाणा के रहने वाले दो शराब तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. खास बात यह है कि पुलिस की नजरों से बचने के लिए इन शराब तस्करों ने भारतीय डाक विभाग की वैन जैसी दिखने वाली गाड़ी का इस्तेमाल किया था. ये ना सिर्फ डाक विभाग की वैन के रंग में रंगी हुई थी. बल्कि इसपर भारतीय डाक विभाग का लोगो भी लगा हुआ था.
सामने आई तस्वीर में उत्तर प्रदेश के चंदौली के अलीनगर कोतवाली परिसर में खड़ी भारतीय डाक विभाग की वैन को देखकर आप सोच रहे होंगे कि आखिर पुलिस ने इस सरकारी गाड़ी को कैसे और क्यों पकड़ लिया. लेकिन जरा ठहरिये, भारतीय डाक विभाग के वैन जैसी हुबहू देखने वाली यह गाड़ी वास्तव में डाक विभाग की नहीं है, बल्कि यह गाड़ी शराब तस्करों की है, जिसे पुलिस ने पकड़ा है. इस गाड़ी में शराब की पेटियां भरकर हरियाणा से बिहार ले जाया जा रहा था. लेकिन बीच रास्ते चंदौली में ही अलीनगर पुलिस द्वारा इसे पकड़ लिया गया.
दरअसल, चंदौली जिले की अलीनगर कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि शराब तस्कर नेशनल हाईवे 2 के रास्ते से शराब की गाड़ी लेकर बिहार की तरफ जा रहे हैं. पुलिस ने नाकेबंदी की और संदेह के आधार पर भारतीय डाक विभाग की गाड़ी जैसी हूबहू दिखने वाली इस गाड़ी को पकड़ लिया. पुलिसकर्मियों ने जब इसकी चेकिंग की तो हैरान रह गए. इस गाड़ी के अंदर शराब की 215 पेटियां रखी हुई थी जिन्हें हरियाणा से बिहार ले जाया जा रहा था. पुलिस ने इस अवैध शराब को गाड़ी सहित जप्त कर लिया और मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया है. दोनों हरियाणा के रहने वाले हैं. पुलिस को इनके पास से दो तमंचे भी बरामद हुए हैं.
इस संदर्भ में चंदौली सदर के डिप्टी एसपी अनिल राय ने बताया कि इंस्पेक्टर अलीनगर को सूचना मिली कि एक डीसीएम गाड़ी में भारी मात्रा में शराब बिहार जा रही है. सूचना मिलने के बाद इंस्पेक्टर अलीनगर और उनके साथ के पुलिसकर्मियों ने मिलकर के घेराबंदी की. एक डीसीएम पकड़ी गई, जिस पर डाक विभाग का मोनोग्राम बना हुआ था और पूरी गाड़ी डाक विभाग की लग रही थी. फिलहाल चंदौली की पुलिस ने इन दोनों शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और आगे की विधिक कार्यवाही कर रही है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि बिहार में सख्ती के बावजूद भी शराब की तस्करी का सिलसिला पूरी तरह से रुक नहीं रहा है. दूसरा सवाल यह भी है कि हरियाणा से चली यह शराब की खेप उत्तर प्रदेश बिहार बॉर्डर तक सकुशल कैसे पहुंच गई.