जींद। शहर में बीती दोपहर उस समय रोचक स्थिति पैदा हो गई जब किसी ने सूचना वायरल कर दी कि शहर के बीचों-बीच गुजर रही हांसी ब्रांच नहर में देसी शराब की बोतलें तैरती हुई आ रही है। सूचना पाकर लाल परी के शौकीन नहर की तरफ दौड़े तथा जिनके हाथों जितनी बोतलें लगी नहर से निकाल कर चंपत हो गए। हालांकि सूचना जिला आबकारी विभाग के पास भी पहुंची लेकिन तब तक ज्यादातर माल या तो आगे बहकर जा चुका था या फिर लोग निकाल कर ले गए थे। आबकारी विभाग के हाथ करीब 2 दर्जन बोतलें ही लग पाई, जिसके संबंध में पुलिस को शिकायत दी गई है। जिस पर थाना शहर पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। आबकारी विभाग जींद के सब इंस्पैक्टर राधेश्याम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अपने कार्यालय में मौजूद थे।
उन्हें सूचना मिली कि हांसी ब्रांच नहर जींद में पीछे से पानी के अंदर शराब की बोतलें तैरती हुई आ रही है। सूचना मिलते ही वह प्रधान सिपाही सुरेन्द्र, सिपाही सुनील के साथ मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंचा, जहां उन्हें देसी शराब की बोतलें तैरती मिली। साथी कर्मियों की मदद से पानी में तैरती बोतलों को नहर से बाहर निकाला गया तो सभी बोतलों का एक ही मार्का मस्ती माल्टा मिला। करीब एक घंटे के प्रयास में नहर से 21 बोतलें ही बाहर निकाली जा सकी। उन्हें पता चला है कि कुछ बोतलें बहकर आगे निकल गई हैं तथा कुछ आम जनता ने निकाल ली हैं। बोतलों के अंदर शराब का रंग बदला हआ है। किसी अज्ञात व्यक्ति ने उक्त शराब की बोतलें किसी डर की वजह से नहर में फैंकी है। शराब के नमूने लेकर कैमिकल एगजामिनर व जहरीली होने बारे परीक्षण करवाने हेतु लैब में भेजी जाएंगी।