LG मनोज सिन्हा ने किया 500 बेड वाले DRDO कोविड अस्पताल का उद्घाटन, आर्थिक मदद का की ऐलान
जम्मू में भगवती नगर स्थित रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन
जम्मू में भगवती नगर स्थित रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (DRDO) का 500 बिस्तर वाला प्रतिष्ठित अस्पताल शनिवार को शुरू हो गया है. उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने अस्पताल का निरीक्षण कर इसे जनता को समर्पित किया. ऑक्सीजन के ट्रायल रन के साथ अस्पताल को औपचारिक तौर पर शुरू कर दिया गया है. एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर में भी जल्द ही एक और अस्पताल बनाया जाएगा.
केंद्र शासित प्रदेश (UT) में बेड की बढ़ती आवश्यकता को पूरा करने के लिए, डीआरडीओ ने इस क्षेत्र में दो ऐसी परियोजनाओं पर काम करना शुरू कर दिया था, जो 3 सप्ताह की अवधि के भीतर जम्मू में एक कोविड अस्पताल में 500-बेड की सुविधा को पूरा करती हैं.
एकमात्र कमाने वाले सदस्यों को खोने पर मिलेगी सहातया राशि
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर कोविड पीड़ितों के परिवारों को मासिक पेंशन, वार्षिक छात्र छात्रवृत्ति प्रदान करेगा. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में उन परिवारों को वित्तीय सहायता को मंजूरी दी है, जिन्होंने कोरोना काल में अपने एकमात्र कमाने वाले सदस्यों को खो दिया है. नई सक्षम योजना के तहत, कोविड पीड़ित के जीवित पति या पत्नी या प्रभावित परिवारों के सबसे बड़े जीवित सदस्य को हजार रुपये की विशेष मासिक पेंशन मिलेगी. बशर्ते कि उन्हें अन्य योजनाओं के तहत कोई पेंशन नहीं मिल रही हो. इसके अलावा, उन बच्चों को विशेष छात्रवृत्तियां दी जाएंगी जिन्होंने अपने कमाने वाले माता-पिता/भाई-बहन/अभिभावक को कोविड संक्रमण से खो दिया है. इसमें 12वीं तक पढ़ने वाले बच्चों के लिए 20 हजार रुपये और उच्च शिक्षा में छात्रों के लिए 40 हजार रुपये शामिल हैं.
एक्स-रे और फार्मेसी फार्मेसी जैसी सुविधाओं भी होंगी शामिल
स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तीय आयुक्त अटल डुलू ने बताया कि इस सुविधा में एक्स-रे और फार्मेसी जैसी सुविधाओं के साथ-साथ कुल 125 गहन देखभाल इकाई (ICU) बेड हैं. विशेषज्ञ डॉक्टर और पैरामेडिक कर्मचारी इस सुविधा पर उपलब्ध होंगे.
ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना प्रसार को रोकने की तैयारी
ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रसार को कम करने के लिए प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में बोलते हुए, डुलू ने बताया कि वायरस से संक्रमित लोगों को अलग करने और उन्हें बेहतर इलाज देने के लिए पंचायत, स्कूलों और सामुदायिक भवनों को अस्थायी रूप से कोरोना देखभाल केंद्रों में परिवर्तित किया जा रहा है.
अधिकारी ने बताया कि महामारी की संभावित तीसरी लहर की रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है. अच्छी तरह से सुसज्जित सुविधा के लिए डीआरडीओ की सराहना और धन्यवाद करते हुए, जम्मू में स्वास्थ्य निदेशक, डॉ रेणु शर्मा ने कहा कि इस पहल ने पर्याप्त ऑक्सीजन क्षमता के साथ-साथ यूटी में कोरोना मरीजों के लिए बेड क्षमता में 500 की वृद्धि की है.